IAS बनने टॉपर छात्रा घर से हो गयी फरार, लिखा- “2030 में IAS बनकर घर लौटूंगी” स्कूल में आये थे 92% नंबर, लेकिन घरवाले कराना चाहते थे शादी
A topper student who aspires to become an IAS officer absconds from home, writes, "I will return home as an IAS officer in 2030." She had scored 92% in school, but her family wanted her to get married.

Girl Student News : लड़कियां या तो हिरोईन बनने के लिए घर से भागती है, या फिर अपने प्रेमी संग घर बसाने के लिए फरार होती है, लेकिन एक छात्रा के घर से भाग जाने का बड़ा ही चौकाने वाला मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि एक टॉपर छात्रा IAS बनने के लिए अपने घर से ही फरार हो गयी। जाते-जाते एक पत्र टॉपर स्टूडेंट ने अपने घर में एक पत्र भी छोड़ा, जिसमें वो IAS अफसर बनकर लौटने की बात कह रही है। पूरा मामला मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से है।
यहां 12वीं की एक मेधावी छात्रा, जिसने स्कूल में टॉप किया था, सिर्फ इसलिए घर से भाग गई क्योंकि वह IAS अधिकारी बनना चाहती थी, जबकि परिवार उसकी शादी करवाने पर अड़ा हुआ था। अब महीनों बाद पुलिस ने उसे इंदौर से ढूंढ निकाला है। भोपाल के बजरिया थाना क्षेत्र की रहने वाली साक्षी (बदला हुआ नाम) ने 12वीं कक्षा में 92 प्रतिशत अंक लाकर पूरे स्कूल में टॉप किया था।
साक्षी का सपना था कि वह आगे चलकर भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) अधिकारी बने और देश की सेवा करे। लेकिन उसके परिवार की सोच पारंपरिक थी — वे चाहते थे कि साक्षी आगे की पढ़ाई छोड़कर उनकी पसंद के लड़के से शादी कर ले। एसीपी बिट्टू शर्मा के अनुसार, परिवार के लगातार दबाव के चलते साक्षी मानसिक रूप से परेशान हो गई थी। शुरुआत में उसने माता-पिता को समझाने की कोशिश की, लेकिन जब बात नहीं बनी तो इसी साल जनवरी में वह घर से बिना बताए कहीं चली गई।
परिवार ने पहले अपने स्तर पर उसकी खोजबीन की, लेकिन जब कोई सुराग नहीं मिला तो साक्षी के पिता ने हाईकोर्ट में हैबियस कॉर्पस याचिका दायर की। कोर्ट ने पुलिस को छात्रा की तलाश के निर्देश दिए। पुलिस ने जब साक्षी के दोस्तों से पूछताछ की, तो उसके बैग से एक नोट मिला जिस पर लिखा था — “2030 में IAS बनकर घर लौटूंगी।”
यह नोट पुलिस के लिए अहम सुराग साबित हुआ। इसके बाद जांच का दायरा बढ़ाया गया और देशभर के प्रमुख कोचिंग सेंटरों, कॉलेजों और हॉस्टलों में साक्षी के बारे में जानकारी जुटाई जाने लगी। कुछ महीनों तक कोई सफलता नहीं मिली, लेकिन हाल ही में पुलिस को पता चला कि साक्षी ने अपना आधार कार्ड अपडेट कराया है। इस अपडेट से यह भी सामने आया कि अब वह बालिग हो चुकी है।
आधार अपडेट के आधार पर पुलिस ने उसकी लोकेशन ट्रेस की, जो इंदौर में मिली। तुरंत एक टीम इंदौर रवाना की गई और वहां किराए के कमरे से साक्षी को बरामद कर लिया गया। साक्षी ने पुलिस को बताया कि घर छोड़ने के बाद वह कुछ महीनों तक ललितपुर में रही और फिर इंदौर आ गई। वहां उसने 18 हजार रुपये महीने की नौकरी शुरू की और पढ़ाई के लिए पैसे बचाने लगी।
मामला चूंकि हाईकोर्ट में लंबित था, इसलिए पुलिस ने साक्षी को अदालत में पेश किया। जज ने साक्षी के परिवार को फटकार लगाई और कहा कि बच्चों के सपनों को दबाने के बजाय उन्हें आगे बढ़ने का मौका देना चाहिए। साथ ही, साक्षी को फिलहाल परिवार के साथ रहने की सलाह दी गई है।अब 12 नवंबर को होने वाली अगली सुनवाई में यह तय किया जाएगा कि साक्षी परिवार के साथ रहना चाहती है या अपने दम पर पढ़ाई जारी रखेगी।









