चांदी के दामों को भी पीछे छोड़ रहा है टमाटर, एक किलो का रेट जानकर उड़ जायेंगे होश, देखिये पूरी रेट लिस्ट ..

Tomato is surpassing the price of silver; you will be shocked to know the price of one kilogram; see the complete rate list.

Tomato Seed Price : कभी सड़क पर फेंके जाने वाले टमाटर के अब ऐसे दिन आ गए हैं कि उसके हाइब्रिड बीजों की कीमत चांदी से भी ज्यादा हो गई है। जहां एक किलो चांदी 1.54 लाख रुपये में बिक रही है, वहीं टमाटर के कुछ हाइब्रिड बीज 2 लाख रुपये प्रति किलो तक पहुंच चुके हैं। यह बदलाव कृषि तकनीक, मांग और उत्पादकता की नई दिशा की ओर संकेत करता है।

 

मंगलवार, 7 अक्टूबर 2025 को दिल्ली के सर्राफा बाजार में चांदी की कीमत 1,54,000 रुपये प्रति किलोग्राम दर्ज की गई। सोमवार को यह 1,57,400 रुपये प्रति किलो थी, यानी चांदी अपने उच्चतम स्तर से 3,400 रुपये सस्ती हुई। इसके हिसाब से 10 ग्राम चांदी की कीमत करीब 1,540 रुपये बैठती है।

 

लेकिन जब टमाटर के हाइब्रिड बीजों की बात आती है, तो आंकड़े चौकाने वाले हैं। ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म बिगहाट डॉट कॉम पर टीओ-6242 हाइब्रिड टमाटर बीज 2,076 रुपये प्रति 10 ग्राम में बिक रहा है। वहीं सिंजेन्टा टीओ-1057 एफ1 हाइब्रिड बीज, बीजमार्ट डॉट कॉम पर 1,500 रुपये प्रति 10 ग्राम के भाव में उपलब्ध है।इसका मतलब हुआ कि टमाटर के हाइब्रिड बीजों की कीमतें 1.5 लाख रुपये से लेकर 2.07 लाख रुपये प्रति किलो तक पहुंच चुकी हैं। यानी, चांदी से भी ज्यादा महंगे बीज!

 

ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स पर टमाटर बीजों के दाम:

• टीओ-6242 हाइब्रिड (BigHaat.com) – ₹2,076 प्रति 10 ग्राम

• सिंजेन्टा टीओ-1057 एफ1 (BeejMart.com) – ₹1,500 प्रति 10 ग्राम

• वेरायटी हाइब्रिड (Flipkart) – ₹1,250 प्रति 10 ग्राम

• वेरायटी एफ1 हाइब्रिड (Flipkart) – ₹900 प्रति 10 ग्राम

• अरका रक्षक एफ1 हाइब्रिड (Amazon) – ₹800 प्रति 10 ग्राम

• सेमिनिस अभिलाष हाइब्रिड (Amazon) – ₹600 प्रति 10 ग्राम

• एनएस 526 (नामधारी, Amazon) – ₹500 प्रति 10 ग्राम

• देसी काशी (Amazon) – ₹250 प्रति 10 ग्राम

 

क्यों इतने महंगे हैं टमाटर के बीज?

विशेषज्ञों का मानना है कि इन हाइब्रिड बीजों की ऊंची कीमतों के पीछे कई कारण हैं —

1. उन्नत जेनेटिक रिसर्च: नए बीज रोग-प्रतिरोधक, अधिक उत्पादन देने वाले और मौसम के अनुरूप तैयार किए जाते हैं।

2. कम विफलता दर: पारंपरिक बीजों के मुकाबले इनकी फसल सफलता दर अधिक होती है।

3. उच्च मांग: खासकर वाणिज्यिक खेती में हाइब्रिड टमाटर की मांग तेजी से बढ़ी है।

 

 

रेड गोल्ड’ की नई पहचान

जहां कभी टमाटर की कीमतें गिरने पर किसान अपनी उपज सड़क पर फेंकने को मजबूर हो जाते थे, वहीं अब वही टमाटर अपने बीजों के रूप में ‘रेड गोल्ड’ बन गया है। यह बदलाव न केवल कृषि क्षेत्र की बढ़ती तकनीकी प्रगति का प्रतीक है, बल्कि किसानों के लिए एक नई संभावना भी खोलता है।

कृषि अर्थशास्त्रियों के अनुसार, हाइब्रिड बीजों के बाजार का आकार अगले पांच वर्षों में दोगुना होने की संभावना है। इससे किसानों की आय में सुधार और बीज कंपनियों के मुनाफे में भी तेजी आएगी।

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