Aaj Ka Mausam: उत्तर भारत में घना कोहरा और कड़ाके की ठंड, जानें अपने राज्य का वेदर अपडेट

Aaj Ka Mausam 18 January 2025: मौसम विभाग ने 18 जनवरी 2025 के लिए उत्तर भारत में कड़ाके की ठंड और घने कोहरे का अनुमान जताया है. नए वेस्टर्न डिस्टर्बेंस के प्रभाव से इस दिन तापमान में 1-2 डिग्री की गिरावट हो सकती है. जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी की संभावना भी जताई गई है. साथ ही, दिल्ली, पंजाब, उत्तर प्रदेश, हरियाणा और राजस्थान जैसे राज्यों में ठंड और कोहरे के कारण परेशानियां बढ़ सकती हैं.
दिल्ली में 18 जनवरी को मौसम साफ रहेगा, लेकिन सुबह के समय घना कोहरा छा सकता है. IMD के मुताबिक, दिन में हल्का कोहरा और शाम को फिर से धुंध की संभावना है. इसके अलावा, दिल्ली में 20 से 24 जनवरी के बीच छिटपुट बारिश और कोहरे की स्थिति बन सकती है. दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 294 पर पहुंच चुका है, जो ‘खराब’ श्रेणी में आता है. इस स्थिति में वायु प्रदूषण की समस्या और बढ़ सकती है, जिससे स्वास्थ्य पर भी असर पड़ सकता है.
उत्तर प्रदेश का मौसम
उत्तर प्रदेश में 18 जनवरी को मौसम शुष्क रहेगा, लेकिन ठंडी पछुवा हवाओं और घने कोहरे के कारण गलन बढ़ सकती है. मौसम विभाग ने यूपी के 20 जिलों में घने कोहरे के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है, जबकि 43 जिलों में कोहरे के लिए येलो अलर्ट है. 20 से 24 जनवरी के बीच पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हल्की बारिश हो सकती है.
बिहार का मौसम
बिहार में 18 जनवरी को सुबह के समय हल्का से मध्यम स्तर का कोहरा छाए रहने की संभावना है. पटना और अन्य शहरों में ठंड और धुंध बढ़ सकती है. मौसम विभाग के अनुसार, अगले 3 दिनों में बिहार के न्यूनतम तापमान में 2-3 डिग्री की गिरावट आ सकती है. इसके बाद तापमान में कोई विशेष बदलाव नहीं होगा.
पंजाब और हरियाणा का मौसम
पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ में 18 जनवरी को सुबह और रात के समय घना कोहरा छाए रहने की संभावना है. इसके बाद, 20 से 24 जनवरी तक इन क्षेत्रों में हल्की बारिश हो सकती है, जो ठंड को और बढ़ा सकती है.
राजस्थान का मौसम
राजस्थान के अधिकतर हिस्सों में मौसम शुष्क रहेगा, लेकिन कोटा, अजमेर, जयपुर, भरतपुर और बीकानेर के कुछ हिस्सों में घना कोहरा छा सकता है. अगले दो दिनों में इन क्षेत्रों में अधिकतम तापमान 2-4 डिग्री तक गिर सकता है. 22 जनवरी के आसपास एक नया वेस्टर्न डिस्टर्बेंस एक्टिव हो सकता है, जिससे तापमान में फिर से उतार-चढ़ाव देखा जा सकता है.