झारखंड में इस बार विधानसभा अध्यक्ष का बदलेगा चेहरा, दो महिला मंत्री होगी हेमंत कैबिनेट में, ये नये नाम चौका सकते है
This time the face of the assembly speaker will change in Jharkhand, there will be two women ministers in Hemant cabinet, these new names can surprise you

रांची। नयी सरकार के गठन को लेकर फार्मेट तैयार है। हालांकि उसे अमल में लाने से पहले कई दौर की बैठक होगी। कैबिनेट में भागीदारी का पुराना फार्मेट ही लागू रहेगा। हालांकि कई चेहरे बदलेंगे। जानकारी के मुताबिक मंत्रीमंडल में दो महिला मंत्री को शामिल किया जायेगा।
वहीं विधानसभा अध्यक्ष का पद कांग्रेस मांग सकती है। विश्वस्त सूत्रों के मुताबिक अभी मंत्री के नामों पर किसी तरह की सहमति नहीं बनी है। हालांकि गठबंधन के नेताओं को मंत्रियों के नामों की लिस्ट 27 नवंबर तक देने को कहा गया है।
वहीं कल परसों तक में झामुमो कोटे के मंत्रियों पर मुख्यमंत्री विचार लेंगे। हालांकि उससे पहले हेमंत सोरेन अपने पिता शिबू सोरेन से भी चर्चा करेंगे। झामुमो कोटे से मंत्री में चाईबासा के विधायक दीपक बिरुआ, घाटशिला के विधायक रामदास सोरेन और मधुपुर के विधायक हफीजुल हसन का मंत्री बनना पक्का है। गुमला के विधायक भूषण तिर्की और राजमहल के निर्वाचित विधायक एमटी राजा के अलावे ईचागढ़ विधायक सविता महतो भी मंत्री पद की रेस में हैं।
वहीं विधानसभा के नए अध्यक्ष को लेकर भी विमर्श का दौर चल रहा है। माना जा रहा कि इस बार विधानसभा अध्यक्ष का चेहरा बदलेगा। नाला के विधायक रबीन्द्रनाथ सोरेन को मंत्रीमंडल में लिया जायेगा, जबकि स्टीफन मरांडी को यह महती जिम्मेदारी दी जा सकती है।
हालांकि उससे पहले विधानसभा अध्यक्ष का कोटा किसके पास जायेगा, ये देखना होगा। अगर स्टीफन मरांडी मंत्रिमंडल में शामिल हुए तो रबीन्द्रनाथ महतो का स्पीकर बनना तय है।
सबसे सीनियर नेता डॉ. रामेश्वर उरांव और इरफान अंसारी का मंत्री बनना तय है। दीपिका पांडेय को फिर से मौका मिल सकता है। हालांकि प्रदीप यादव भी दौड़ में हैं। प्रदीप यादव सीनियर लीडर हैं, वो छह बार के विधायक हैं, ऐसे में उन्हें पार्टी नजरअंदाज नहीं कर सकती। वहीं बेरमो के विधायक अनूप सिंह को भी मंत्री बनाने को लेकर चर्चा है।
इधर प्रदेश प्रभारी ने कहा कि कांग्रेस विधायक दल के नेता को लेकर प्रस्ताव पारित हुआ है कि पार्टी हाईकमान ही इस पर निर्णय लेंगे। सभी विधायकों के बारे में आलाकमान को जानकारी है। इन्हीं के बीच से किसी का चयन किया जाएगा। मंत्रिमंडल को लेकर बड़े साझीदार के साथ बैठक कर निर्णय लेंगे।