झारखंड: गिरफ्तार मंत्री के इस खास अफसर की अभी और बढ़ेगी मुश्किलें, ED ने अभियोजन की मांगी सरकार से अनुमति

Jharkhand: Troubles of this special officer of the arrested minister will increase further, ED has sought permission from the government for prosecution

Jharkhand ED Update : झारखंड में भ्रष्टाचार के आरोपो से घिरे पूर्व मंत्री आलमगीर आलम के आप्त सचिव संजीव लाल की मुश्किलें बढ़ने वाली है। ईडी ने राज्य सरकार ने संजीव लाल के खिलाफ अभियोजन की स्वीकृति मांगी है। आपको बता दें कि करोड़ों के घोटाला मामले में प्रवर्तन निदेशालय ( ईडी) ने पूर्व ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम के तत्कालीन सचिव संजीव लाल को अरेस्ट किया था।

 

फिलहाल मंत्री और उनके सचिव दोनों जेल में ही बंद हैं। अब ईडी ने संजीव लाल के खिलाफ अभियोजन की स्वीकृति के लिए सरकार से अनुरोध किया है। ईडी ने इस संबंध में एक पत्र भेजा है, जिसमें संजीव लाल की गड़बड़ियों से संबंधित दस्तावेज भी शामिल हैं।

 

बताया जा रहा है कि ईडी ने पहले भी PMLA की धारा 66(2) के तहत प्राथमिकी दर्ज करने सिफारिश राज्य सरकार को भेजी थी। साथ ही अब तक जांच में मिले साक्ष्य को भी सरकार के साथ साझा किया था, लेकिन सरकार ने इस मामले में अब तक प्राथमिकी दर्ज नहीं करायी है।

 

जांच के दौरान ईडी ने ठेकेदार मुन्ना सिंह को समन भेजकर पूछताछ के लिए बुलाया था। मुन्ना सिंह ने बताया कि उसने संजीव लाल से कमीशन के रूप में 53 करोड़ रुपये प्राप्त किए थे।

 

 

पूछताछ के दौरान संजीव लाल ने अपने हिस्से के रूप में 2.05 करोड़ रुपये लेने की बात स्वीकार की, लेकिन उसने इस राशि के उपयोग का कोई विवरण प्रस्तुत नहीं किया था। पिछले साल विधानसभा चुनाव के पहले ईडी ने संजीव लाल के निवास और उनके नौकर के ठिकाने पर दबिश दी थी।

 

 

इस दौरान करोड़ों की अवैध संपत्ति का खुलासा हुआ था। इस मामले में मंत्री आलमगीर आलम को भी गिरफ्तार किया गया था। संजीव लाल के ठिकानों पर छापेमारी में 10 लाख रुपये कैश और चल-अचल संपत्ति से संबंधित दस्तावेज भी जब्त किए थे।

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