ये अस्पताल है मुर्दाघर: मरीजों की मौत पर शवों को वार्ड में ही छोड़ा, दो दिनों तक मरीज शवों के दुर्गंध के बीच रहने को हुए मजबूर

गिरिडीह/रांची। गिरिडीह सदर अस्पताल में मानवता को शर्मसार करने का मामला सामने आया है। अस्पताल के वार्ड में दो मरीजों का शव दो दिनों से पड़ा हुआ है, शव के दुर्गंध के बीच ही मरीजों को रहने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। इधर घटना की जानकारी पर स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने संज्ञान लिया है। उन्होंने इस मामले में गिरिडीह के डीसी को तुरंत संज्ञान लेने का निर्देश दिया है। साथ ही मामले में आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित करते हुए सूचित करने को भी कहा है। मंत्री ने हिदायत दी है कि आगे से ऐसी कार्रवाई दोबारा नहीं होनी चाहिये।

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सदर अस्पताल गिरिडीह की बदतर स्वास्थ्य व्यवस्था किसी से छुपी नहीं है, लेकिन जिस तरह से शवों की दुर्दशा की अस्पताल प्रबंधन की तरफ से की जा रही है, वो काफी सोचनीय है। शव का दो दिनों तक वार्ड में पड़ा होना और मरीजों को भी शव के दुर्गंध के बीच रहने को मजबूर होना, स्वास्थ्य व्यवस्था पर सवाल तो खड़ा करता ही है, मानवता को भी शर्मसार करता है। हालांकि स्वास्थ्य मंत्री के निर्देश के बाद अब विभाग हरकत में आया है।

जानकारी के मुताबिक सदर अस्पताल के जनरल में दो दिन पहले एक युवक और एक महिला की मौत हो गयी थी। महिला और पुरुष की मौत के बाद शव को वार्ड में उसी तरह से छोड़ दिया गया। शव को परिजनों को सौंपना तो छोड़िये, उसे पोस्टमार्टम तक के लिए नहीं भेजा गया। मरीज उसी शव के बीच ही दो दिनों से रह रहे हैं। मरीजों और परिजनों का कहना है कि कई बार उन्होंने शिकायत भी की, लेकिन अस्पताल की तरफ से शव को नहीं उठवाया गया। स्वास्थ्य मंत्री के निर्देश के बाद अब प्रशासन हरकत में आया है।

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