Jharkhand में दिवाली पर नहीं होगी मुंह मीठा, टेंडर हुआ रद्द, मंत्री की घोषणा भी रह गयी अधूरी, एडवांस पैसा जमा करने के बावजूद भी….
There will be no sweets on Diwali in Jharkhand, the tender has been cancelled, the minister's announcement also remained incomplete, despite depositing the advance money....

Jharkhand News। झारखंड में दिवाली चीनी की मिठास से दूर रहेगा। दिवाली पर गरीबों का मुंह मीठा का सपना टूट गया है। दरअसल झारखंड में जन वितरण प्रणाली (Public Distribution System – PDS) के तहत गरीब परिवारों को सस्ती दर पर चीनी उपलब्ध कराने की योजना एक बार फिर संकट में पड़ गई है। खाद्य आपूर्ति विभाग द्वारा चीनी खरीद के लिए जारी टेंडर गुरुवार को रद्द कर दिया गया, जिससे लाखों राशन कार्डधारियों को दीपावली और छठ जैसे त्योहारों से पहले राहत की उम्मीदों पर पानी फिर गया है।
छह महीने से दुकानदारों ने जमा किए पैसे, फिर भी नहीं मिली चीनी
जन वितरण प्रणाली (JVP) के दुकानदारों से लगभग छह माह पहले ही उनसे एडवांस में चीनी के पैसे जमा करा लिए गए थे, लेकिन विभाग अब तक आपूर्ति शुरू नहीं कर सका है। दुकानदारों ने कहा कि उन्हें उम्मीद थी कि त्योहारों से पहले चीनी मिलना शुरू हो जाएगी, परंतु टेंडर रद्द होने से अब यह संभावना पूरी तरह खत्म हो गई है।
झारखंड में राशन कार्डधारियों को 27 रुपये प्रति किलो की दर से चीनी दी जाती है, जबकि दुकानदारों को इसके बदले 1 रुपये प्रति किलो का कमीशन दिया जाता है। इस व्यवस्था से लाखों गरीब परिवारों को राहत मिलती रही है, लेकिन पिछले कुछ महीनों से यह योजना ठप है।
मंत्री की घोषणा और विभाग की असफलता
खाद्य आपूर्ति विभाग के मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने पिछले एक महीने में कई सार्वजनिक मंचों से यह घोषणा की थी कि राज्य के सभी राशन कार्डधारियों को जल्द ही रियायती दर पर चीनी उपलब्ध कराई जाएगी। उन्होंने विभागीय अधिकारियों को इसके लिए आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश भी दिया था।लेकिन विभागीय प्रक्रियाओं में अड़चन और खरीद में देरी के कारण यह योजना अमल में नहीं आ सकी। टेंडर रद्द होने से अब स्पष्ट है कि इस दीपावली और छठ पर्व पर भी गरीबों को सस्ती चीनी नहीं मिल पाएगी।
होली के बाद दीवाली में भी झटका
इससे पहले होली के दौरान भी चीनी का वितरण नहीं हो सका था, जिससे गरीब उपभोक्ताओं में नाराजगी देखी गई थी। झारखंड जन वितरण दुकानदार संघ के अध्यक्ष सुशील साहू ने कहा कि “छह महीने पहले से दुकानदारों से चीनी के पैसे जमा करा लिए गए, लेकिन विभाग अब तक आपूर्ति नहीं कर सका। इससे दुकानदारों और लाभुकों दोनों में नाराजगी है।”
चना दाल की आपूर्ति भी ठप
केवल चीनी ही नहीं, बल्कि चना दाल की आपूर्ति भी झारखंड में प्रभावित है। राज्य सरकार ने गरीबों को एक रुपये प्रति किलो की दर से चना दाल उपलब्ध कराने की योजना शुरू की थी, ताकि उनके भोजन में प्रोटीन की पर्याप्त मात्रा सुनिश्चित हो सके। लेकिन पिछले कई महीनों से चना दाल भी उपलब्ध नहीं कराई जा रही है।