पुरानी पेंशन लागू करने में केंद्र की कोई दखलंदाजी नही,मुख्यमंत्री पर है पूरा भरोसा। 2004 के बाद सभी कर्मी पर लागू होगी पुरानी पेंशन.पढ़िए और क्या कहा.....

गिरिडीह -19 जून 2020 ,पेंशन जयघोष महासम्मेलन के मद्देनजर आज गिरिडीह जिला इकाई के द्वारा प्रेस वार्ता आयोजित की गई। प्रेस वार्ता में महासम्मेलन की तैयारी की जानकारी दी गई।

जिला संयोजक मुन्ना प्रसाद कुशवाहा ने बताया कि नई पेंशन प्रणाली पूंजीपतियों को ध्यान में रखकर लाई गई जो पूरी तरह से कर्मचारी का शोषण कर रही है।
उन्होंने स्पष्ट कहा कि नई पेंशन प्रणाली अर्थात आर्थिक बीमारी के पूर्ण विसर्जन एवम पुरानी पेंशन की पुनर्स्थापना का नाम ही पेंशन जयघोष महासम्मेलन है। इस महासम्मेलन में कई प्रदेश के लोग भी शिरकत करेंगे।

इस सम्बंध में माननीय मुख्यमंत्री का संदेश आने के बाद कर्मचारी वर्ग और भी उत्साहित है और अधिक से अधिक NPS कर्मी की सहभागिता निभाएंगे।

NMOPS के पदाधिकारी द्वारा कई दौर की वार्ता और लंबे संघर्ष के बाद के बाद 26 जून को बिरसा मुंडा स्टेडियम में पुरानी पेंशन बहाली की ऐतिहासिक घोषणा होने वाली है।

प्रांतीय मीडिया प्रभारी राजेन्द्र प्रसाद द्वारा कहा गया कि कर्मचारी का वेतन, पेंशन पूरी तरह से राज्य का विषय है इसमें केंद्र का कोई हस्तक्षेप नही है। PFRDA सिर्फ फंड का मैनेजर है मालिक नही।सरकार की घोषणा के बाद PFRDA को NPS कर्मियों के फंड की राशि राज्य सरकार को वापस करनी ही पड़ेगी।

कुछ मीडिया द्वारा ये प्रचारित करना कि अगस्त 2022 से पुरानी पेंशन लागू की जाएगी ये अपने आप मे हास्यास्पद है,जुस्की कड़ी निंदा करता हु।

प्रेस वार्ता में उपस्थित मो इम्तियाज अहमद,संघठन मंत्री महासंघ के अणुओं कुमार सिन्हा, संरक्षक घनश्याम गोस्वामी, ऋषिकांत सिंह,अवधेश कुमार,बमशंकर रॉय,मिथुन राज सभी ने मुख्यमंत्री की घोषणा पर भरोसा जताते हुए कहा कि पुरानी पेंशन की बहाली नवम्बर 2004 से ही कि जाएगी

HPBL Desk
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