बड़ा कंफ्यूजन है : …कोई कह रहा विधायक छत्तीसगढ जा रहे हैं….तो कोई बता रहा झारखंड में ही रहेंगे… इधर, कांग्रेस प्रभारी ने बुलायी रात 8 बजे बैठक..

रांची: यूपीए के विधायक कहां जा रहे हैं ? किससे मिल रहे है ? … झारखंड में ही रह रहे हैं या फिर बाहर जा रहे हैं ? … कोई बोल रहा छत्तीसगढ़ जा रहे हैं, कोई कह रहा आज रांची में ही रहेंगे, तो कोई बता रहा बंगाल जा रहे हैं। कुल मिलाकर झारखंड की राजनीति में आज पूरा दिन कंफ्यूजन ही दिख रहा है। अब से कुछ देर पहले ये खबर आयी थी कि झारखंड के विधायक रायपुर आ सकते हैं, अब खबर ये आ रही है कि कल तक विधायक रायपुर जा सकते हैं।
अभी जो नयी अपडेट आयी है उसके मुताबिक देर शाम कांग्रेस के प्रभारी कांग्रेस विधायकों की बैठक लेंगे। रात 8 बजे होने वाली इस बैठक के बाद ही कांग्रेस के विधायक तय करेंगे कि आखिर उन्हें कहां जाना है। आपको बता दें कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की सदस्यता रद्द (Hemant Soren Disqualification) किये जाने के बाद झारखंड में सत्तारूढ़ गठबंधन संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (UPA) के सभी विधायक राज्य से बाहर चले गये हैं। शनिवार को अपराह्न करीब 2 बजे तीन वॉल्वो बसों में भरकर विधायकों को झारखंड से बाहर ले जाया गया।

विधायकों को छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) या बंगाल (West Bengal) ले जाया जायेगा।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के आवास से विधायकों को लेकर 3 वॉल्वो बसें रवाना कुछ देर पहले हुई है। एक बस का रंग नीला है, जबकि दूसरी बस पीले रंग की है। हालांकि ये बस कहां जा रही है, इसे लेकर कोई जानकारी अभी तक नहीं आयी है।

इससे पहले मंत्री जगरनाथ महतो ने कहा कि हेमंत सोरेन मुख्यमंत्री हैं और आगे भी रहेंगे। भाजपा आदिवासी-मूलवासी विरोधी है। भाजपा कभी नहीं चाहती कि यहां के आदिवासी-मूलवासी यहां राज करें। यें बातें राज्य के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने शनिवार को भंडारीदह में पत्रकारों से बातचीत के क्रम में कहीं। भंडारीदह में आयोजित अपने अनुज शहीद गणेश महतो के शहादत दिवस समारोह में भाग लेने हेलीकॉप्टर से पहुंचे थे। मंत्री ने कहा कि भाजपा द्वारा सरकार को अस्थिर करने की एक साजिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि हमलोग सभी यूपीए गठबंधन के लोग एकजुट हैं. सरकार को कहीं से कोई खतरा नहीं होगा। सरकार आगे भी निरंतर गति से चलेगी। इससे पूर्व उन्होंने गणेश महतो की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया।