बीबी भागी ब्वायफ्रेंड संग, तो पति ने बच्चों संग खाया जहर, जिसे भाई कहती थी पत्नी, उसी संग हो गयी रफ्फूचक्कर, रूला देगी बेवफाई की ये कहानी…
जयपुर । बीबी बेवफाई कर ब्वायफ्रेंड संग भाग गयी, तो पति ने दो बच्चों संग जहर खा लिया। दिल दहलाने वाली ये घटना राजस्थान के पावटा क्षेत्र के ग्राम तुलसीपुरा का है। जहां 25 साल के कृष्ण ने अपनी छह साल की बेटी और 3 साल के बेटे के साथ जहर खा लिया। घटना में पिता और बेटी की मौत हो गयी, जबकि बेटे ने जहर खिलाते ही उलटी कर दी, जिससे उसकी जान बच गयी। 72 घंटे के भीतर एक परिवार पर बेवफाई का ऐसा ग्रहण लगा कि पूरा परिवार ही तबाह हो गया।
जानकारी के मुताबिक कृष्ण की शादी 8 साल पहले हुई थी। पूरा परिवार खुशहाल था, इसी बीच 22 अक्टूबर को कृष्ण की पत्नी रीना अपने ब्वायफ्रेंड के साथ भाग गयी। रात के अंधेरे में फरार हुई पत्नी जब सुबह नहीं मिली, तो पति ने खूब ढूंढने की कोशिश की। इसी बीच उसने अपनी पत्नी का मोबाइल मिला, जिसमें उसकी ब्वायफ्रेंड के साथ बातचीत की रिकार्डिंग मिली। पत्नी की बेवफाई से पति बुरी तरह से टूट गया।
उसने फिर उसने अपने दोनों बच्चों और भतीजे को जहर खिलाया और इसके बाद खुद भी खा लिया। इलाज के दौरान कृष्ण और उसकी बेटी की मौत हो गई। बेटे और भतीजे का इलाज चल रहा है।परिजनों के मुताबिक कृष्ण और उसका परिवार आंख मूंद कर रीना पर भरोसा करते थे। वहीं, दूसरी तरफ रीना ने दूर के रिश्ते में भाई नरेश से नजदीकियां बढ़ा ली थी।
नरेश उनके घर से कुछ दूरी पर रहता था। दोनों के बीच अफेयर की भनक परिवार में किसी को नहीं लगी। रीना ने नरेश के साथ भागने का प्लान बनाया। 21 अक्टूबर वह पति और बच्चों को सोता छोड़ नरेश के साथ भाग गई। मां के जाने के बाद से 3 साल के बेटे वंश की तबीयत बिगड़ गई थी।
जानकारी के मुताबिक आरोपी नरेश उनके गांव में ही रहता था। नरेश बदमाश प्रवृत्ति का है और नशे का आदी भी है।उसकी पहले भी दो शादियां हुई थी। उसने दोनों पत्नियों को छोड़ दिया था। दूसरी शादी से उसे एक बच्चा भी हुआ। दोनों पत्नियों को छोड़ने के बाद उसने रीना को फंसाया और अपने साथ भगा ले गया।सुनील ने बताया कि रीना के प्रेमी के साथ भागने के बाद कृष्ण डिप्रेशन में चला गया था।
मोबाइल से खुला बेवफाई का राज
कृष्ण गुरुवार रात को घर वाले मोबाइल को चेक कर रहा था। मोबाइल में रीना और नरेश की एक कॉल रिकॉर्डिंग मिली।कॉल रिकॉर्डिंग का पता लगते ही कृष्ण पागलों की तरह मोबाइल लेकर घर से बाहर गया और अकेले में रिकॉर्डिंग सुनने लगा।
रिकॉर्डिंग में रीना और नरेश घर से भागने का प्लान बना रहे थे। नरेश रीना से कह रहा था- ‘रात को भागने से पहले सबको नींद की गोली दे देना’। यह सुनकर कृष्ण सदमे में आ गया था। वो बार-बार कॉल रिकॉर्डिंग सुन रहा था।कॉल रिकॉर्डिंग सुनने के बाद कृष्ण डिप्रेशन में चला गया था। शुक्रवार सुबह घरवाले जागे तो कृष्ण परेशान नजर रहा था।उसने सबसे कहा- ‘मैं अब मरूंगा। मेरे मरने के बाद मेरे बच्चों को ध्यान रखना’।
मालिक से कहा- आखिरी बार आया हूं, गलती हो तो माफ करना
परिवारों को डर था कि कृष्णा कोई गलत कदम न उठा ले। कृष्ण बाइक लेकर सुबह घर से निकला और जिस दुकान में काम करता था, वहां तुलसीपुरा के पास स्थित पावटा में परचून की दुकान पर पहुंचा। उसने दुकान मालिक को कहा कि वो आखिरी बार इस दुकान पर आया है। कभी कोई गलती हुई है तो उसे माफ कर दें। अब वह हमेशा के लिए जा रहा है।दुकान मालिक कृष्ण की बातों को समझ नहीं पाया। उसे लगा कि वो शायद नौकरी छोड़ रहा है। वो अपने बच्चों के स्कूल गया और डाक्टर से दिखाने की बात कहकर बच्चों की छुट्टी करा ली। और फिर अपने बच्चों को जहर खिला दिया।
जहर की गोलियां खाने के बाद कृष्णा ने उसने अपने पिता को फोन करके बताया कि वो बच्चों के साथ झांझड़ धाम आया है। वो बच्चों के साथ सुसाइड कर रहा है।यह सुनकर अमीचंद बेहोश होकर गिर पड़े। करीब 10 मिनट बाद अमीचंद को होश आया तो उन्होंने परिवार के लोगों को बताया। कृष्ण के पिता और रिश्तेदार धाम पर पहुंचे।वो लोग वहां पहुंचे तो वंश रो रहा था। कृष्ण, रुचि और विनीत जमीन पर गिरे हुए थे। परिवार वाले चारों को अस्पताल लेकर गए।रुचि ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया। वहीं कृष्ण की शनिवार सुबह मौत हो गई। इधर, वंश और विनीत का जयपुर के निम्स अस्पताल में इलाज चल रहा है।