झारखंड में आवारा कुत्तों का खतरा…एंटी रेबीज वैक्सीन की अहमियत
Danger of stray dogs in Jharkhand...the importance of anti-rabies vaccine

सुप्रीम कोर्ट ने पिछले हफ्ते अवारा कुत्तों को लेकर बड़ा फैसला लिया है. दिल्ली और एनसीआर में सड़कों से सभी आवारा कुत्तों को हटाकर डॉग शेल्टर में रखने का आदेश दिया गया है. सुप्रीम कोर्ट ने डॉग बाइट और रेबीज़ की बढ़ती घटनाओं पर चिंता जताई और अधिकारियों को इस काम को आठ हफ़्ते में पूरा करने की समयसीमा दी है.
हर दिन 100 लोगों को काट रहे कुत्ते
अब राजधानी रांची में भी कुत्तों का आतंक बढ़ गया है. सदर अस्पताल द्वारा जारी रिपोर्ट की मानें तो हर दिन 100 से अधिक लोगों को कुत्ते काट रहे हैं. राजधानी रांची में बीते कुछ सालों में डॉग बाइट की संख्या तेजी से बढ़ी है. आंकड़ों की बात करें तो, महज दो साल में यहां डॉग बाइट के बाद एंटी रेबीज का इंजेक्शन लेने वालों की तादाद में लगभग 60 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी दर्ज की गयी है. रांची सदर अस्पताल के आंकड़ों के अनुसार अगस्त 2023 में 4,715 लोग सदर अस्पताल में एंटी रेबीज का इंजेक्शन लेने पहुंचे थे. वहीं, इस साल अगस्त माह में अब तक 7,503 लोगों ने सदर में एंटी रेबीज का इंजेक्शन लिया है. वहीं इस साल जून माह में 6,815 लोगों ने सदर अस्पताल में एंटी रेबीज का इंजेक्शन लिया था.
सिविल सर्जन ने दी जानकारी
रांची सिविल सर्जन डॉ प्रभात कुमार ने बताया कि डॉग बाइट के बाद हर दिन एंटी रेबीज लेने वालों की संख्या 250 के पार पहुंच गई है. इनमें से 50 के करीब नए लोग इंजेक्शन ले रहे हैं, वहीं अन्य दूसरी या तीसरी डोज लेने पहुंच रहे हैं. हर माह आठ हजार लोग टीका लेने के लिए सेंटर पर आते हैं. इनमें डॉग और पेट्स के शिकार लोग होते हैं.
अगर कुत्ता काट दे तो क्या करें
राजधानी रांची में बढ़ रहे डॉग बाइट चिंता का विषय तो है लेकिन अगर आप भी डॉग बाइट का शिकार होते हैं तो आपको क्या करना चाहिए.
अगर आपको कुत्ते ने काट लिया है तो घाव को कम से कम 5 मिनट तक बहते पानी और साबुन से धोएं.
उसके बाद जितनी जल्दी हो सके एंटी-रेबीज का इंजेक्शन जरुर लें.
संक्रमण के लक्षणों में बुखार, लालिमा, सूजन या मवाद का निकलना शामिल हो सकता है.
एक साफ, सूखा पट्टी से घाव को ढकें.आवश्यक हो तो दर्द निवारक दवाएं डॉक्टर से सलाह पर लें.
गहरे घावों, बहुत अधिक खून बहने या संक्रमण के लक्षणों के मामले में तुरंत डॉक्टर की सहायता लें.
यदि कुत्ते का टीकाकरण नहीं हुआ है, तो रेबीज का टीका लगवाना अनिवार्य है. 24 घंटे के अंदर वैक्सीन लेना जरूरी है.
आवारा कुत्तों के काटने के बाद एंटी रेबीज का वैक्सीन लगवाना जरूरी है. कुत्ता काटने के बाद 24 घंटे के अंदर वैक्सीन नहीं लिया गया तो इंफेक्शन की वजह से जान भी जा सकती है.
सदर और रिम्स में की गई है वैक्सीन की व्यवस्था
बता दें डॉग बाइट के बाद वैक्सिनेशन की व्यवस्था राजधानी रांची के दोनों बड़े सरकारी हॉस्पिटलों सदर और रिम्स में की गई है. इसमें सदर में वैक्सीन की सभी डोज दी जाती है. वहीं, रिम्स की इमरजेंसी में एक डोज देने की व्यवस्था की गई है. इसके लिए कोई चार्ज इन सेंटरों में नहीं लिया जाता है.
लेकिन अभी भी सुदूर ग्रामीण इलाकों के लोगों के लिए यह बड़ी समस्या है. स्वास्थ्य विभाग को ग्रामीण क्षेत्रों में भी इसकी व्यवस्था करनी चाहिए, एंटी रेबीज इंजेक्शन लेने के लिए लोगों को लिए दूर-दूर से आने में परेशानी का सामना करना पड़ता है.
रेबीज बहुत घाटक, जानलेवा बिमारी है. इससे अपना बचाव जरुर करें. अगर आपको कोई भी कुत्ता काट ले तो बिल्कुल भी देर न करें.तुरंत अपने नजदीकी अस्पताल जाकर एंटी-रेबीज वैक्सीन जरुर लगवा लें.