अपाचे हेलीकॉप्टर की खासियत : दुश्मनों के खिलाफ गरजेगा भारत का नया हथियार, अमेरिका से मिली डिलीवरी… जानें क्या है खासियत
Specialty of Apache helicopter: India's new weapon will roar against enemies, delivery received from America... know what is special

भारतीय सेना को मजबूती देने के लिए सरकार लगातार प्रयास कर रही है इसी कड़ी में अब दुनिया के सबसे खतरनाक लड़ाकू हेलिकॉप्टरों में शामिल अपाचे को भारतीय सेना में शामिल किया जाएगा जिससे सेना की ताकत और अधिक बढ़ जाएगी. लेकिन अब भारतीय वायुसेना के बेड़े से मिग-21 लड़ाकू विमान की विदाई की भी विदाई 19 सितंबर को होगी.
पाकिस्तान की सीमा रेखा पर तैनात किए जा सकते हैं
अपाचे का निर्माण दुश्मन पर हमला करने, टैंकों को नष्ट करने और सैनिकों को हवाई सुरक्षा देने के लिए किया गया है. अमेरिकी एयरोस्पेस कंपनी ‘बोइंग’ ने भारतीय सेना को तीन एएच-64ई अपाचे लड़ाकू हेलीकॉप्टर सौंप दिए हैं. इसे खास तौर पर चीन और पाकिस्तान की सीमा रेखा पर तैनात किया जा सकता है.अपाचे हेलीकॉप्टर अमेरिकी सेना के साथ-साथ कई देशों में इस्तेमाल किया जा रहा है. भारत से पहले इजरायल, यूके, सऊदी अरब, मिस्र के पास भी अपाचे हेलीकॉप्टर है.
अपाचे की खासियत क्या है
इसे चलाने के लिए दो पायलट चाहिए होते हैं. एक उड़ाता है और दूसरा हथियार ऑपरेट करता है.
इसमें दो इंजन लगे हैं, जिससे यह ज्यादा ताकतवर और सुरक्षित रहता है.
हेलफायर मिसाइल, रॉकेट जैसे हथियार लगाए जा सकते हैं.
इसमें खास लोंगबो रडार लगा है, जिससे यह दुश्मन के टैंकों और सैनिकों को दूर से देख सकता है.
यह बुलेट प्रूफ कॉकपिट और कवच से ढका है, जिससे इसे मार गिराना आसान नहीं.
मिग-21 के संबेध में एक रक्षा अधिकारी ने बताया
मिग-21 देश की पहली सुपरसोनिक उड़ान का प्रतीक है. मिग की स्कवार्डन अभी राजस्थान के नाल एयरबेस पर है.मिग का कई सैन्य संघर्षों के साथ 1999 के कारगिल युद्ध व 1971 की लड़ाई में इस्तेमाल हुआ. अक्तूबर 2023 में वायुसेना के बाड़मेर स्थित उत्तरलाई बेस ने मिग-21 और सुखोई-30 एमकेआई को हटाया है.