आज रात ‘लाल चाँद’ का रहस्य खुलेगा! बक मून की रहस्यमयी कहानी जानकर चौंक जाएंगे आप

आज रात ‘लाल चाँद’ का रहस्य खुलेगा! बक मून की रहस्यमयी कहानी जानकर चौंक जाएंगे आप
10 जुलाई 2025: गुरु पूर्णिमा की पावन रात आज कुछ खास लेकर आई है। इस बार का चाँद न सिर्फ ज़्यादा चमकीला दिखेगा, बल्कि लाल रंग में रंगा हुआ नज़र आएगा – एक ऐसा दृश्य जो वैज्ञानिकों के साथ-साथ रहस्य प्रेमियों के लिए भी दिलचस्प है। इसे ‘बक मून’ कहा जाता है, और इसके पीछे छुपी है एक रहस्यमयी कहानी, जो प्रकृति, परंपरा और विज्ञान – तीनों का संगम है।
क्या है ‘बक मून’?
‘बक मून’ जुलाई महीने की पूर्णिमा को कहा जाता है। इसका नाम उत्तरी अमेरिका की जनजातियों ने रखा था, खासकर ‘अल्गोंक्विन’ जनजाति ने। ‘बक’ यानी नर हिरण – और जुलाई वह समय होता है जब नर हिरणों के पुराने सींग गिरकर नए सींग उगने लगते हैं। इसी प्राकृतिक बदलाव के आधार पर इस चाँद को ‘बक मून’ का नाम दिया गया।
लाल रंग में क्यों दिखेगा ये चाँद?
इस बक मून का रंग खून जैसे लाल या नारंगी दिखाई देगा। वैज्ञानिक इसे “रेले स्कैटरिंग” प्रभाव कहते हैं। जब सूर्य की रोशनी पृथ्वी के वायुमंडल से होकर चाँद तक पहुंचती है, तो वह अधिक दूरी तय करती है और इसी वजह से रोशनी का बिखराव होता है। नतीजा – लालिमा से भरा एक जादुई चाँद।
क्यों है ये चाँद इतना खास?
यह बक मून सिर्फ किसी खगोलीय घटना तक सीमित नहीं है। यह आज के दिन गुरु पूर्णिमा के पर्व से भी जुड़ता है – एक ऐसा दिन जब ज्ञान, गुरु और आध्यात्मिकता का उत्सव मनाया जाता है। इस लिहाज से यह बक मून आध्यात्मिक दृष्टि से भी विशेष बन जाता है।
क्या कहती हैं जनजातीय मान्यताएं?
कुछ जनजातियाँ इस चाँद को “थंडर मून” भी कहती हैं क्योंकि इस समय अमेरिका में अक्सर तेज़ गरज वाले तूफ़ान आते हैं। वहीं कुछ समुदाय इसे “सैल्मन मून” कहते हैं क्योंकि यह वो समय होता है जब सैल्मन मछलियाँ धारा के विपरीत तैरती हैं।
कैसे देखें इस अद्भुत नज़ारे को?
अगर आज रात आसमान साफ़ रहा, तो इस रहस्यमयी बक मून को दूरबीन की मदद से और भी स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है। यह नज़ारा रात 9 बजे के बाद चरम पर होगा।