मुख्यमंत्री के विदेश दौरे की तस्वीर: मुख्यमंत्री ने दौरे के पहले दिन इस खुबसूरत जगह को देखा, पत्नी कल्पना व प्रतिनिधिमंडल के साथ तस्वीरें आयी सामने..
Pictures of the Chief Minister's foreign tour: The Chief Minister saw this beautiful place on the first day of the tour, pictures with his wife Kalpana and the delegation came out..

रांची। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अपने प्रतिनिधिमंडल के साथ इन दिनों विदेश दौरे पर है। शनिवार से शुरू हुए विदेश दौरे का पहला पड़ाव यूरोप का बार्सिलोना शहर रहा। जहां विश्व प्रसिद्ध सागरदा फमिलिया चर्च का मुख्यमंत्री ने दौरा किया। इस दौरान मुख्यमंत्री के साथ एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल भी मौजूद रहा।
प्रतिनिधिमंडल ने इस ऐतिहासिक स्थल की वास्तुकला को करीब से समझा और महान वास्तुकार एंटोनी गाउदी की रचनात्मकता तथा उसकी सांस्कृतिक गहराइयों के बारे में जानकारी प्राप्त की। उन्होंने यूरोप की सबसे प्रसिद्ध और ऐतिहासिक धार्मिक स्थलों में से एक सागरदा फमिलिया का दौरा किया।
इस दौरे के दौरान उनके साथ राज्य सरकार का एक प्रतिनिधिमंडल भी उपस्थित था। यह दौरा न केवल सांस्कृतिक समझ बढ़ाने का अवसर था, बल्कि वैश्विक वास्तुकला और धरोहर से सीख लेने की दिशा में एक अहम कदम भी है।मुख्यमंत्री और उनके प्रतिनिधिमंडल को इस चर्च की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि, निर्माण शैली और इसकी धार्मिक व सांस्कृतिक महत्ता के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई।
सागरदा फमिलिया, जिसे विश्व धरोहर के रूप में मान्यता प्राप्त है, प्रसिद्ध वास्तुकार एंटोनी गाउदी की एक अधूरी लेकिन महान कृति है, जिसका निर्माण कार्य आज भी जारी है।मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इस अद्वितीय संरचना को देखकर गहरी प्रशंसा व्यक्त की।
“गाउदी की यह रचना केवल एक इमारत नहीं, बल्कि कल्पनाशीलता, धैर्य और सांस्कृतिक गौरव की मिसाल है।” उन्होंने आगे कहा कि इस तरह की वैश्विक धरोहरों से हमें अपनी परंपराओं, जनजातीय कला और स्थापत्य को संजोने और दुनिया के सामने लाने की प्रेरणा मिलती है।
प्रतिनिधिमंडल ने चर्च की आंतरिक और बाहरी वास्तुकला का अवलोकन करते हुए चर्चा की कि कैसे गाउदी ने प्रकृति से प्रेरणा लेकर निर्माण में जैविक और प्रतीकात्मक तत्वों का समावेश किया। इस दौरान अधिकारियों ने चर्च के संरक्षण कार्य और इससे जुड़े पर्यटन उद्योग के योगदान के बारे में भी जाना।
मुख्यमंत्री ने यह भी संकेत दिया कि झारखंड की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत — विशेष रूप से जनजातीय कला, शिल्प और स्थापत्य — को वैश्विक मंच पर लाने के लिए राज्य सरकार प्रयासरत है और ऐसे अंतरराष्ट्रीय अनुभवों से बहुत कुछ सीखा जा सकता है।