झारखंड विधानसभा में गूंजा गिरिडीह हिंसक झड़प का मुद्दा, स्थगन की मांग ठुकराने पर विपक्ष का हंगामा, नारेबाज, नेता प्रतिपक्ष ने उठाये गंभीर सवाल…

The issue of Giridih violent clashes echoed in Jharkhand assembly, opposition created ruckus after adjournment demand was rejected, sloganeering, opposition leader raised serious questions...

Jharkhand Vidhansabha News: होली के दौरान गिरिडीह में हुई हिंसक झड़प की गूंज आज विधानसभा में सुनायी पड़ी। नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने इस मामले को उठाया। नेता प्रतिपक्ष ने स्थगन लाते हुए पूरे मामले पर चर्चा कराने की मांग की। हालांकि सरकार इस पर तैयार नहीं थी।

 

जिसके बाद इस बीच भाजपा के विधायक वेल में हंगामा करने लगे। भाजपा विधायक सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते रहे। इस दौरान बाबूलाल मरांडी ने कहा कि गिरिडीह के धनवार थाना क्षेत्र के घोड़थंबा में रंग-गुलाल खेल रही युवाओं की टोली को जबरन रोका था। इसके बाद दूसरे पक्ष के लोगों ने पेट्रोल बम, पत्थर से हमला बोल दिया।

 

स्थगन प्रस्ताव को लेकर बाबूलाल मरांडी ने आरोप लगाया कि झड़प में कई दुकानों और गाड़ियों को जला दिया गया। लेकिन पुलिस ने कुछ नहीं किया। बाबूलाल मरांडी ने कहा कि होली जुलूस में शामिल लोग खाली हाथ थे। अब पुलिस रात में घरों में घुसकर निर्दोषों को गिरफ्तार कर रही है।

 

उन्होंने कहा कि राज्य का खुफिया तंत्र ऐसे घटनाक्रम को लेकर पूरी तरह से निष्क्रिय था। बाबूलाल मरांडी ने सदन में कहा कि पुलिस ने एफआईआर दर्ज कराया, जिसमें दोनों पक्ष के 40-40 लोगों को नामजद बनाया गया।

 

बाबूलाल मरांडी ने कहा कि गिरफ्तारी भी दोनों पक्ष से 11-11 लोगों की हुई। इससे पुलिस की मंशा झलक रही है। ये काफी महत्वपूर्ण मुद्दा है, इसलिए प्रश्नकाल की कार्यवाही स्थगित कर विधि व्यवस्था पर विशेष चर्चा करने की जरूरत है।

 

नेता प्रतिपक्ष के स्थगन प्रस्ताव पर संसदीय कार्य मंत्री राधा कृष्ण किशोर ने कहा कि ऐसे मामलों की चर्चा गृह विभाग के अनुदान मांगों के दिन करना चाहिए। ये संवेदनशील मामला है, इसलिए ऐसे मामलों पर राजनीति करना सही नहीं है।

 

वहीं प्रदीप यादव ने कहा कि होली के दिन एकरा मस्जिद और बजरंग दल के लोगों ने एक साथ होली खेलकर मिसाल कायम की है लेकिन गिरिडीह में साजिश के तहत माहौल बिगाड़ने की कोशिश की गई। मंत्री सुदिव्य कुमार सोनू ने कहा कि पूरे घटनाक्रम का एकपक्षीय चित्रण किया जा रहा है। इस मामले में प्रशासन ने संयम दिखाया था। उस जुलूस में कौन लोग थे जो प्रशासन से हाथापाई कर रहे थे। प्रशासन अपना काम कर रहा है।

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