AAP के दफ्तर पर लगा ताला..3 महीने से नहीं दिया था बिजली बिल और किराया

AAP's office was locked... Electricity bill and rent had not been paid for 3 months

मकान मालिक ने आरोप लगाया कि पार्टी ने पिछले तीन महीनों से न तो किराया चुकाया है और न ही बिजली का बिल अदा किया है, जिसके कारण उन्होंने यह कदम उठाया। दिल्ली विधानसभा चुनाव हारने के बाद आम आदमी पार्टी (AAP) की मुश्किलें एक के बाद एक सामने आ रही हैं। अब आप के सामने एक नई मुश्किल आ खड़ी हुई है। ताजा मामला मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल का है। यहां AAP के प्रदेश कार्यालय पर मकान मालिक ने ताला जड़ दिया।

कई बार अनुरोध के बावजूद नहीं किया भुगतान

भोपाल के सुभाष नगर स्थित किराये की इमारत में आम आदमी पार्टी का प्रदेश कार्यालय स्थित है। मकान मालिक दिलीप के मुताबिक, पार्टी ने पिछले तीन महीने से न तो किराया दिया और न ही बिजली का बिल चुकाया, जिसके बाद उन्होंने ताला लगा दिया। दिलीप ने कहा, “हमने कई बार अनुरोध किया, लेकिन जब किराया और बिल की कोई व्यवस्था नहीं की गई, तो मुझे ताला लगाना पड़ा।”

बढ़ी उलझनें: मकान मालिक और AAP के बीच तनाव

आम आदमी पार्टी के दफ्तर के गेट पर दो ताले लगे हुए हैं। एक ताला मकान मालिक दिलीप का है, जबकि दूसरा ताला AAP के कार्यकर्ताओं की ओर से लगाया गया है। मकान मालिक ने यह भी कहा कि अगर पार्टी समय पर बकाया चुकाती है, तो वह ताला तुरंत खोल देंगे और सब कुछ सामान्य हो जाएगा।

AAP प्रदेश अध्यक्ष ने दिया स्पष्टीकरण

इस पूरे मामले में जब AAP की प्रदेश अध्यक्ष रानी अग्रवाल से प्रतिक्रिया ली गई, तो उन्होंने इस पर एक अलग ही स्पष्टीकरण दिया। रानी अग्रवाल का कहना था कि “मुझे लगता है कि मकान मालिक को कुछ गलतफहमी हो गई है। हमारे कार्यालय प्रभारी एक शादी समारोह में बाहर गए थे, और कार्यालय में कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेज और सामान थे, इसलिए उन्होंने ताला लगा दिया था। अब वे भोपाल वापस आ चुके हैं और शनिवार शाम तक ताला खुल जाएगा।”
रानी अग्रवाल ने कहा कि हमारे प्रदेश कार्यालय में कई संघर्षों का इतिहास है और हम जल्द ही भोपाल में बैठक लेकर इस मुद्दे को सुलझाएंगे।

समझौते के संकेत: जल्द ही मामले का हल होगा

प्रदेश अध्यक्ष ने विश्वास जताया कि जल्द ही इस मुद्दे का समाधान हो जाएगा। उनका कहना था कि सभी कार्यकर्ताओं और पार्टी के सदस्य इस कार्यालय को लेकर बेहद समर्पित हैं और इस तरह की घटनाएं सिर्फ असहमति की वजह से हुई हैं। उन्होंने उम्मीद जताई कि शनिवार तक ताला खुल जाएगा और पार्टी की कार्यप्रणाली में कोई और विघ्न नहीं आएगा।

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