HEALTH: होटल में जो गरमा-गरम तंदूरी रोटी आप शौक से खाते हैं, वो कहीं आपकी जान की दुश्मन तो नहीं?
तंदूरी रोटी की कड़वी सच्चाई जानकर आप आज ही तवा रोटी पर लौट आएंगे!

HEALTH: भारत में खाने-पीने के शौकीनों की कोई कमी नहीं। मसालेदार सब्जियों के साथ गरमागरम तंदूरी रोटी का नाम सुनते ही मुंह में पानी आ जाता है। होटल में बैठते ही सबसे पहले बटर में डूबी हुई, कोयले की खुशबू वाली तंदूरी रोटियों का ऑर्डर दिया जाता है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि जो तंदूरी रोटी आप इतने चाव से खाते हैं, वो आपकी सेहत के लिए कितनी खतरनाक हो सकती है?
HEALTH: इस रोटी की सबसे बड़ी सच्चाई है— “मैदा”।
ज्यादातर रेस्टोरेंट्स में बनाई जाने वाली तंदूरी रोटी दरअसल मैदे से बनाई जाती है, जो कि एक रिफाइंड फ्लोर होता है और स्वास्थ्य के लिए बेहद नुकसानदायक है। लगातार मैदे का सेवन आपकी बॉडी में शुगर लेवल बढ़ा सकता है, जिससे डायबिटीज़ जैसी गंभीर बीमारी हो सकती है।
HEALTH: तंदूरी रोटी से जुड़े बड़े खतरे:
डायबिटीज़ का खतरा:
मैदे में हाई ग्लाइसेमिक इंडेक्स होता है, जो शरीर में शुगर लेवल को अचानक बढ़ा देता है। नियमित सेवन से डायबिटीज का खतरा कई गुना बढ़ जाता है।दिल की बीमारियां:
तंदूरी रोटी का अधिक सेवन हार्ट डिजीज़ का खतरा बढ़ा सकता है। मैदे में फाइबर नहीं होता, जिससे कोलेस्ट्रॉल लेवल और ब्लड प्रेशर असंतुलित हो सकते हैं।कैलोरीज का बम:
एक तंदूरी रोटी में लगभग 110 से 150 कैलोरीज होती हैं। डेली डाइट में बिना हिसाब से इनका सेवन मोटापा और अन्य मेटाबॉलिक समस्याओं का कारण बन सकता है।पाचन तंत्र पर असर:
मैदा जल्दी नहीं पचता और गैस, कब्ज जैसी समस्याएं शुरू हो सकती हैं।
HEALTH: क्या है बेहतर विकल्प?
अगर आप तंदूरी रोटी का स्वाद नहीं छोड़ सकते तो कोशिश करें कि गेंहू या मल्टीग्रेन आटे से बनी तंदूरी रोटियां खाएं। हालांकि रेस्टोरेंट में ये विकल्प मिलना मुश्किल है, इसलिए तवा रोटी ही सबसे सुरक्षित और सेहतमंद विकल्प है।
स्वाद के चक्कर में सेहत से समझौता न करें। अगली बार होटल में तंदूरी रोटी ऑर्डर करने से पहले एक बार जरूर सोचें— कहीं ये स्वाद आपकी सेहत का दुश्मन तो नहीं?