रांची। बिना प्रमाण पत्र जांच किए ही पारा शिक्षकों के मानदेय बढ़ोतरी मामलों में अब राज्य सरकार सख्त हो गई है। शिक्षा सचिव ने पारा शिक्षकों के किए भुगतान की रिपोर्ट तलब की है। दरअसल राज्य सरकार को इस बात की जानकारी मिली है कि पारा शिक्षकों के मानदेय में बढ़ोतरी को लेकर नियमों की अनदेखी की गई है। पारा शिक्षकों की सेवा शर्त नियमावली में स्पष्ट उल्लेख है कि बिना शैक्षणिक प्रमाण पत्र का सत्यापन किए उनके मानदेय में बढ़ोतरी नहीं की जाएगी, लेकिन कई जगहों से पारा शिक्षकों के शैक्षणिक प्रमाण पत्र के सत्यापन के बगैर ही मानदेय में बढ़ोतरी कर दी गई। शिक्षा सचिव ने पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए पूरे मामले की रिपोर्ट तलब की है।

आपको बता दें कि राज्य में 62000 पारा शिक्षक है, जिनमें से 13000 पारा शिक्षकों ने ही शिक्षक पात्रता परीक्षा पास की है। जबकि 49000 पारा शिक्षक अभी तक पात्रता परीक्षा पास नहीं कर सके हैं। शिक्षकों के प्रमाण पत्र की अभी जांच चल रही है, लेकिन इन सबके बीच कई जगहों पर यह खबरें आई कि बिना दस्तावेज सत्यापन के ही शिक्षकों के मानदेय में बढ़ोतरी कर दी गई ।

बिना प्रमाण पत्र के सत्यापन के बगैर मानदेय बढ़ोतरी को स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग ने काफी गंभीरता से लिया है। शिक्षा सचिव राजेश कुमार शर्मा ने पूरे मामले में झारखंड शिक्षा परियोजना से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। शिक्षा परियोजना से पूछा गया है कि किस तरह से पारा शिक्षकों के मानदेय में बढ़ोतरी कर दी गई ?

दरअसल पारा शिक्षकों की सेवा शर्त नियमावली में इस बात का स्पष्ट उल्लेख है कि पारा शिक्षकों के मानदेय में बढ़ोतरी उनके शैक्षणिक और प्रशिक्षण तथा शिक्षक पात्रता परीक्षा प्रमाण पत्र के सत्यापन के आधार पर ही की जाएगी। प्रमाण पत्र फर्जी पाए जाने की स्थिति में उन्हें दिए गए मानदेय की वसूली के साथ-साथ नियमानुसार कार्रवाई भी की जाएगी ।हालांकि जिन पारा शिक्षकों का दस्तावेज सत्यापन पूर्व में हो चुका है उनके दस्तावेज का सत्यापन नहीं करने को कहा गया है।

शिक्षक पात्रता परीक्षा में सफल पारा शिक्षकों के मानदेय में 50 फीसदी की बढ़ोतरी होगी और जो पात्रता परीक्षा में सफल नहीं हुए हैं उनके मानदेय में 40 फ़ीसदी की बढ़ोतरी की जाएगी। शिक्षक पात्रता परीक्षा में सफल नहीं है उनके मानदेय में 10% की बढ़ोतरी आंकलन में परीक्षा के बाद की जाएगी। आकलन परीक्षा को लेकर इन शिक्षकों के प्रमाण पत्र के सत्यापन की प्रक्रिया चल रही है। ऐसे में 49 हजार शिक्षकों का प्रमाण पत्र सत्यापन चल रहा है, लेकिन हजारों शिक्षकों का मानदेय बिना सत्यापन के ही बढ़ा दिया गया। विभाग को पिछले 7 माह में 200 करोड़ के अतिरिक्त भुगतान की जानकारी आई है। विभाग की जानकारी के मुताबिक राज्य में 49000 पारा शिक्षकों में से लगभग 11000 शिक्षकों के ही प्रमाण पत्र का सत्यापन का काम हुआ है। विभाग के निर्देश के बाद भी अब तक सभी शिक्षकों के प्रमाण पत्र का सत्यापन नहीं हो सका है। प्रमाण पत्र की जांच नहीं होने के वजह से अब तक आकलन परीक्षा भी आयोजित नहीं की जा सकी है।

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