रांची: झारखंड विधानसभा के बजट सत्र के 13वें दिन ई-रिक्शा खरीद घोटाले को लेकर सदन में हंगामा हुआ। कांग्रेस विधायक प्रदीप यादव ने गढ़वा और पलामू में 1.15 लाख रुपये प्रति ई-रिक्शा की खरीद में गड़बड़ी का आरोप लगाया। उन्होंने दावा किया कि यह खरीदारी एक गैर-पंजीकृत डीलर से की गई और सरकार इस पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर रही। विधायक यादव ने मांग की कि जांच रिपोर्ट को तुरंत सार्वजनिक किया जाए।
सरकार का जवाब: जांच जारी, दोषियों पर होगी कार्रवाई
मंत्री योगेंद्र प्रसाद ने स्वीकार किया कि गढ़वा में ई-रिक्शा खरीद में वित्तीय अनियमितता हुई है। उन्होंने बताया कि 43 पंचायतों के लिए 104 ई-रिक्शा की खरीद जेम पोर्टल के माध्यम से की गई थी। जब गड़बड़ी की सूचना मिली, तो सरकार ने जांच के लिए उड़नदस्ता का गठन किया। मंत्री ने भरोसा दिलाया कि जांच पूरी होने के बाद दोषियों पर कड़ी कार्रवाई होगी।
विधायक यादव की मांग: रिपोर्ट तुरंत सार्वजनिक हो
विधायक प्रदीप यादव ने सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा, “जांच रिपोर्ट पहले ही तैयार हो चुकी है, फिर भी सरकार इसे सार्वजनिक नहीं कर रही। अगर सरकार दोषियों पर कार्रवाई करना चाहती है, तो मुख्य सचिव स्तर के अधिकारी से जांच कराए।”
सदन में संयम बनाए रखने की अपील
बहस के दौरान सदन में माहौल गर्म हो गया। इसे देखते हुए मंत्री सुदिव्य कुमार ने संयम बरतने की अपील की और कहा कि जांच रिपोर्ट का अवलोकन किया जा रहा है।
सरकार ने दिया सख्त कार्रवाई का आश्वासन
मंत्री योगेंद्र प्रसाद ने स्पष्ट किया कि दोषी पाए गए अधिकारियों और डीलरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी। साथ ही, अगर किसी अधिकारी ने जांच रिपोर्ट छिपाई है, तो उस पर भी सख्त कदम उठाए जाएंगे। झारखंड विधानसभा में यह मामला अब बड़ा राजनीतिक मुद्दा बनता जा रहा है।