अमरनाथ यात्रा में आई मौत की दस्तक! बालटाल मार्ग पर भूस्खलन से एक महिला की मौत, भारी बारिश ने रोकी श्रद्धा की राह
36 घंटे से लगातार बारिश के चलते अमरनाथ यात्रा स्थगित, बालटाल में भूस्खलन के कारण दर्दनाक हादसा—बीआरओ की टीमें रास्ता बहाल करने में जुटीं

Amarnath Yatra 2025 | जम्मू-कश्मीर: श्रद्धा और आस्था की प्रतीक अमरनाथ यात्रा को प्रकृति का कहर झेलना पड़ रहा है। बीते 36 घंटे से कश्मीर घाटी में हो रही भारी बारिश के कारण प्रशासन को यात्रा 17 जुलाई 2025 को अस्थायी रूप से स्थगित करनी पड़ी है। इस दौरान गांदरबल जिले के बालटाल मार्ग पर भूस्खलन की भयावह घटना में एक महिला श्रद्धालु की मौत हो गई जबकि तीन अन्य घायल हुए हैं।
संभागीय आयुक्त विजय कुमार बिधूड़ी ने जानकारी दी कि बालटाल और पहलगाम दोनों मार्गों पर लगातार बारिश से रास्ते क्षतिग्रस्त हो गए हैं, जिनकी मरम्मत आवश्यक है। उन्होंने कहा कि “बीआरओ की टीमें और रेस्क्यू यूनिट्स को पूरी ताकत से तैनात किया गया है ताकि रास्तों को फिर से सुरक्षित बनाया जा सके।”
राहत के प्रयास और आगे की योजना:
पंजतरणी बेस कैंप में फंसे श्रद्धालुओं को बचाव टीमों की निगरानी में बालटाल मार्ग से बाहर निकालने की अनुमति दी गई है।
अगर मौसम ने साथ दिया, तो यात्रा 18 जुलाई से दोबारा शुरू हो सकती है।
आंकड़ों पर एक नजर:
3 जुलाई से शुरू हुई यात्रा में अब तक 2.35 लाख से ज्यादा श्रद्धालु गुफा मंदिर में दर्शन कर चुके हैं।
1,01,553 श्रद्धालु जम्मू से घाटी के लिए रवाना हुए हैं।
इस साल अब तक 4 लाख से अधिक लोगों ने पंजीकरण कराया है।
2024 में कुल 5.10 लाख श्रद्धालुओं ने दर्शन किए थे।
2025 की अमरनाथ यात्रा का समापन 9 अगस्त को होना है।
यह घटना न सिर्फ श्रद्धालुओं की सुरक्षा को लेकर प्रशासन के सामने बड़ी चुनौती है, बल्कि ये भी याद दिलाती है कि पर्वतीय तीर्थ यात्राओं में मौसम की भूमिका कितनी निर्णायक होती है।