मृत दुल्हन, लौट आयी जिंदा : जिस दुल्हन की हत्या के आरोप में ससुरालवालों पर दर्ज हुई थी FIR, वो सात साल बात लौट आयी जिंदा, दूसरी शादी भी कर ली थी, पुलिस परेशान…
Dead bride returns alive: The bride, whose in-laws were accused of murder and whose FIR was filed, returned alive after seven years, had also married for the second time, police are troubled...

Crime News : जिस दुल्हन की हत्या के आरोप में ससुरालवालों पर FIR दर्ज था, वो सात साल बाद जिंदा लौट आयी और वो अपनी अपने दूसरे पति के साथ। ये अनूठा मामला बिहार के मोतिहारी जिले की है, जहां सात साल पहले मृत घोषित की गई एक महिला के जिंदा मिलने से सनसनी फैल गई। दुल्हन के लौटने के बाद दहेज हत्या के आरोप में दर्ज केस की पूरी कहानी ही पलट गई।
2018 में हुई थी शादी, कुछ महीनों बाद हुई थी गुमशुदगी
पुलिस ने महिला को उसके मायके से बरामद किया। महिला ने पिता के आरोपों को झूठा बताते हुए कहा कि वह स्वेच्छा से घर छोड़कर गुजरात में दूसरी शादी कर चुकी थी।यह मामला चकिया थाना क्षेत्र के बारा गोविंद गांव से जुड़ा है। जानकारी के अनुसार, गांव निवासी नरेंद्र (बदला हुआ नाम) की शादी 4 मार्च 2018 को हुई थी। शादी के कुछ ही महीनों बाद उसकी पत्नी रहस्यमय ढंग से गायब हो गई। काफी खोजबीन के बावजूद जब उसका कोई सुराग नहीं मिला, तो मामला और गंभीर हो गया।
पिता ने लगाया था दहेज हत्या का आरोप
दरअसल महिला के गायब होने के बाद उसके पिता ने पूरे मामले को संदिग्ध बताते हुए 9 नवंबर 2018 को मोतिहारी न्यायालय में एक परिवाद दायर किया। परिवाद में आरोप लगाया गया कि दहेज की लालच में ससुराल वालों ने उसकी बेटी की हत्या कर दी और सबूत मिटाने के लिए शव को गायब कर दिया। कोर्ट ने इस शिकायत को गंभीर मानते हुए चकिया थाना कांड संख्या 294/18 दर्ज करने का आदेश दिया।
पति समेत पांच लोग बने आरोपी
जिसमें आरोपों को प्रथम दृष्टया सही माना गया। महिला के पति, सास, ससुर समेत कुल पांच लोगों को आरोपी बनाया गया। गिरफ्तारी के डर से सभी आरोपी घर छोड़कर फरार हो गए। वर्षों तक वे समाज और कानून से बचते रहे, जिससे उनके परिवारों को भी भारी मानसिक और सामाजिक दबाव झेलना पड़ा।
सुलहनामे से मामला पड़ा ठंडे बस्ते में
पुलिस की लंबी तलाश के बावजूद आरोपी हाथ नहीं लगे। इसी बीच कथित तौर पर मामले को रफा-दफा करने के लिए महिला के पिता को मोटी रकम का ऑफर दिया गया। बाद में सुलहनामे के जरिए कोर्ट में समझौता दाखिल कराया गया, जिससे केस की रफ्तार धीमी पड़ गई, हालांकि पुलिस ने जांच पूरी तरह बंद नहीं की।
गोपनीय सूचना से खुला राज, महिला मिली जिंदा
जांच के दौरान पुलिस को एक गोपनीय सूचना मिली कि महिला जिंदा है और अपने मायके में मौजूद है। इस सूचना पर जांच अधिकारी पीएसआई मौसम कुमार ने तुरंत कार्रवाई करते हुए पीएसआई साक्षी सेहा और पुलिस टीम के साथ छापेमारी की। मायके से महिला को सुरक्षित बरामद कर लिया गया।
गुजरात में कर ली थी दूसरी शादी
पुलिस पूछताछ में महिला ने चौंकाने वाला खुलासा किया। उसने बताया कि शादी के कुछ महीनों बाद वह ससुराल के माहौल से तंग आकर स्वेच्छा से घर छोड़कर गुजरात के अहमदाबाद चली गई थी। वहां उसने एक युवक से दूसरी शादी कर ली और अब उसका एक बच्चा भी है। हाल ही में वह अपने मायके आई थी, तभी पुलिस ने उसे बरामद कर लिया।महिला ने साफ कहा,
“ना मेरी हत्या हुई थी और ना ही ससुराल वालों ने दहेज की कोई मांग की थी। मेरे पिता द्वारा लगाए गए सभी आरोप झूठे हैं।”
पुलिस ने बताया झूठी शिकायत का मामला
पुलिस अधिकारियों ने इसे झूठी शिकायत का क्लासिक उदाहरण बताया है। मोतिहारी के एसपी ने कहा कि इस तरह के फर्जी मामले न केवल निर्दोष लोगों की जिंदगी बर्बाद करते हैं, बल्कि पुलिस और न्याय व्यवस्था के संसाधनों का भी दुरुपयोग करते हैं। चकिया थाना प्रभारी ने पुष्टि की कि अब ससुराल पक्ष के लोगों को क्लीन चिट दी जाएगी।
ससुराल पक्ष को मिली राहत
महिला के जिंदा मिलने से वर्षों से फरारी की जिंदगी जी रहे ससुराल पक्ष को बड़ी राहत मिली है। वहीं, पुलिस अब महिला के पिता के खिलाफ झूठी शिकायत दर्ज कराने को लेकर कार्रवाई की तैयारी कर रही है। महिला जल्द ही अहमदाबाद लौटने वाली है, जहां उसका पति और बच्चा उसका इंतजार कर रहे हैं। यह मामला पूरे सिस्टम के लिए एक बड़ा सबक बनकर सामने आया है।



















