मनेंद्रगढ़। छत्तीसगढ़ के मनेंद्रगढ़ में दारोगा ने मानवता की जो मिसाल पेश की, उसे जानकर आपका दिल भी वर्दी को सैल्यूट करने को करेगा। प्रेम विवाह का गुनाह झेल रही महिला के पति के निधन के बाद ना सिर्फ पुलिस ने शव को कांधा दिया, बल्कि दारोगा ने 2 साल के मासूम बेटे को अपनी गोद में लेकर मुखाग्नि दिलायी। दिल को झकझोर देने वाली ये घटना छत्तीसगढ़ के अंतिम छोर के जिले मनेंद्रगढ़ की ही। जहां एक तरह परिवार और समाज का क्रूर चेहरा सामने आया, तो वहीं दूसरी तरफ से पुलिस ने नरम दिली की मिसाल पेश की।

दरअसल मनेन्द्रगढ़ में देखने को मिला। जहा एक महिला को प्रेम विवाह करने के बाद पति को कंधा देने वाले रिश्तेदार तक नहीं मिले। अपनो ने जब बेसहारा बना दिया तो मनेन्द्रगढ़ सिटी कोतवाली पुलिस सहारा बनी। सिटी कोतवाली प्रभारी ने पुलिसकर्मियों के साथ मृतक का अंतिम संस्कार उसके 2 साल के बच्चे और पत्नी की मौजूदगी में किया। सिटी कोतवाली प्रभारी सचिन सिंह 2 साल के दुधमुँहे बच्चे को गोद में लेकर पिता को मुखाग्नि दिलायी।

दरअसल ग्वालियर के रहने वाले निक्की वाल्मीकि और कोरबा की रहने वाली सविता ने अंतरजातीय शादी की थी। इससे नाराज होकर दोनों के परिजनों ने उनका सामाजिक बहिष्कार कर दिया जिसके बाद दोनों दंपत्ति पहले मनेन्द्रगढ़ में रहने लगे। मृतक निक्की और उसकी पत्नी रविता रायपुर मजदूरी करते थे। मंगलवार को निक्की की तबीयत खराब हो गई, जिसके बाद मालिक ने दोनों पति-पत्नी को गाड़ी से मनेंद्रगढ़ छोड़ आने को कहा।

इधर रास्ते में ही निक्की की मौत हो गई, जिसके बाद वाहन मालिक के ड्राइवर ने निक्की और उसकी पत्नी को बिलासपुर रतनपुर के पास सड़क किनारे उतार दिया और वहां से वाहन लेकर फरार हो गया। आसपास के ग्रामीणों की मदद से किसी तरह सविता अपने मृत पति को लेकर अस्पताल पहुंची जहां उसका पोस्टमार्टम करने के बाद एक एंबुलेंस के माध्यम से मृतक के शव को मनेन्द्रगढ़ के लिए रवाना कर दिया गया।

मंगलवार की रात्रि लगभग 9 बजे विवाहिता अपने मृत पति के शव को लेकर एंबुलेंस के पास खड़ी थी तभी पुलिसकर्मियों ने उसे देखा और उससे पूछताछ की तो युवती ने बताया कि उसके पति की मृत्यु हो गई है और उसके पास शव का अंतिम संस्कार कराने की व्यवस्था नहीं है। कोरबा जिले के पोड़ी उपरोड़ा के अमलीबहरा की रहने वाली सविता सिंह मनेन्द्रगढ़ थाने शव वाहन के साथ पहुंची और सिटी कोतवाली प्रभारी सचिन सिंह के सामने अपना दर्द बयां करते हुए बताया कि उसके पति जिस से उसने प्रेम विवाह किया था मध्यप्रदेश के ग्वालियर जिले के जखारा का रहने वाला निक्की वाल्मीकि के शव के साथ वह आई है।

प्रेम विवाह करने के कारण परिवार वालो से दूरी है। तब कोतवाली प्रभारी ने रोती हुई महिला को चुप करा कर अंतिम संस्कार कराने की बात कही। बुधवार सुबह सिटी कोतवाली प्रभारी सचिन सिंह अपने थाना स्टाफ के साथ अंतिम संस्कार की तैयारियों में लग गए और पुलिसकर्मियों को लेकर सुबह मुक्तिधाम पहुंचे वहां हिन्दू रीति रिवाज के साथ मृतक के दो साल के बच्चे को गोद मे लेकर मृतक को आग दिया और अंतिम संस्कार की प्रक्रिया पूरी करवाई।

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