रामेश्वरम में आज गूंजेगा काशी–तमिल संस्कृति का संगम…काशी तमिल संगमम 4.0 का भव्य समापन…उपराष्ट्रपति की मौजूदगी में ऐतिहासिक समारोह….

उपराष्ट्रपति की मौजूदगी में ऐतिहासिक समारोह, 5 हजार मेहमान और 700 पुलिसकर्मियों की तैनाती

रामनाथपुरम (तमिलनाडु), 30 दिसंबर। तमिलनाडु और काशी के बीच सदियों पुराने सांस्कृतिक, आध्यात्मिक और ऐतिहासिक संबंधों को नई ऊर्जा देने वाला काशी तमिल संगमम 4.0 आज अपने भव्य समापन समारोह के साथ समाप्त होने जा रहा है। यह ऐतिहासिक आयोजन आज दोपहर रामेश्वरम में संपन्न होगा, जहां इसके लिए विशाल मंच और कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है।

समापन समारोह में उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे। उनके साथ तमिलनाडु के राज्यपाल आर.एन. रविकेंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और केंद्रीय राज्यमंत्री एल. मुरुगन सहित कई अन्य गणमान्य अतिथियों की उपस्थिति तय मानी जा रही है।

काशी से रामेश्वरम तक संस्कृति का सेतु

इस वर्ष 02 दिसंबर से 15 दिसंबर तक उत्तर प्रदेश के वाराणसी में काशी तमिल संगमम का आयोजन किया गया था, जिसमें तमिलनाडु से आए विद्यार्थी, कलाकार, किसान और स्वयंसेवकों ने भाग लेकर काशी–तमिल सांस्कृतिक परंपराओं को करीब से जाना। उसी सांस्कृतिक यात्रा का औपचारिक समापन आज रामेश्वरम में किया जा रहा है।

सुरक्षा के कड़े इंतजाम

समारोह में करीब 5,000 आमंत्रित नागरिकों के शामिल होने की संभावना है। सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए 700 पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है। कार्यक्रम रामेश्वरम बस स्टैंड के पास मंदिर के अतिथि परिसर में आयोजित होगा।

कार्यक्रम से पहले रामनाथपुरम जिला कलेक्टर सिमरजीत सिंह कॉलोनजिला पुलिस अधीक्षक संदीश और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने मंदिर परिसर का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं की समीक्षा की।

सांस्कृतिक एकता का संदेश

काशी तमिल संगमम का उद्देश्य केवल आयोजन तक सीमित नहीं, बल्कि उत्तर और दक्षिण भारत की सांस्कृतिक एकता को मजबूत करना है। रामेश्वरम में होने वाला यह समापन समारोह उस भावना का प्रतीक बनेगा, जहां काशी और तमिल भूमि की आत्मा एक मंच पर नजर आएगी

👉 आज रामेश्वरम में होने वाला यह आयोजन न सिर्फ एक कार्यक्रम का अंत है, बल्कि भारत की सांस्कृतिक एकता की एक नई शुरुआत के रूप में देखा जा रहा है।

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