पेशाब का रंग बता देगा लिवर सड़ना शुरू हो गया है या नहीं, अभी जानें और इन 10 चीजों से करें डिटॉक्स!

लिवर में गड़बड़ी के शुरुआती लक्षण और उसे साफ करने वाले 10 जबरदस्त आयुर्वेदिक फूड्स, डॉक्टर दीक्षा भावसार की सलाह से जानिए

पेशाब का रंग बता देगा लिवर सड़ना शुरू हो गया है या नहीं, अभी जानें और इन 10 चीजों से करें डिटॉक्स!

नई दिल्ली: अगर आपका पेशाब गहरे रंग का हो गया है, लगातार थकान रहती है, या त्वचा पर खुजली और रैश दिख रहे हैं — तो सावधान हो जाइए। ये लक्षण लिवर फेलियर या लिवर सड़ने की ओर पहला इशारा हो सकते हैं। लिवर हमारे शरीर का सबसे बड़ा और महत्वपूर्ण अंग है, जो पाचन, खून की सफाई, एनर्जी स्टोरेज और विषैले तत्वों को बाहर निकालने जैसे अहम काम करता है।

आयुर्वेद विशेषज्ञ डॉ. दीक्षा भावसार बता रही हैं कि कुछ आयुर्वेदिक चीजें हैं जो आपके लिवर को नेचुरली साफ कर सकती हैं और उसे फिर से सक्रिय बना सकती हैं। आइए जानें वो 10 चीजें जिन्हें खाने से लिवर स्वस्थ रह सकता है:

1. नींबू:

विटामिन C से भरपूर नींबू पाचन सुधारता है और लिवर को टॉक्सिन्स से बचाता है। रोज सुबह गुनगुने पानी में मिलाकर पिएं।

2. हल्दी + काली मिर्च:

हल्दी में मौजूद करक्यूमिन सूजन घटाता है और पित्त को बहने में मदद करता है। काली मिर्च इसके प्रभाव को बढ़ा देती है।

3. धनिया:

धनिया की पत्तियों और चाय से शरीर के विषैले तत्व बाहर निकलते हैं। सब्जियों में भी शामिल करें।

4. अदरक:

अदरक खून की सफाई करता है और फैटी लिवर डिजीज से बचाता है।

5. आंवला:

विटामिन C का भंडार, जो इम्यूनिटी के साथ-साथ लिवर को भी डिटॉक्स करता है।

6. चुकंदर:

बीटा लेन्स और नाइट्रेट्स की वजह से यह लिवर को प्राकृतिक तरीके से साफ करता है।

7. गाजर:

बीटा-कैरोटीन और फ्लावोनॉइड्स से भरपूर, लिवर को एक्टिव रखती है।

8. ग्रीन टी:

फैटी लिवर डिजीज रोकने में मदद करती है। खाली पेट या खाने के बाद लें।

9. दालचीनी और लौंग:

ये एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर हैं और लिवर को सुरक्षित रखने में मदद करते हैं।

10. एलोवेरा जूस:

लिवर की सूजन और गर्मी को कम करता है। लेकिन सीमित मात्रा में लें।

लिवर की गड़बड़ी के प्रमुख संकेत:

  • गहरा पीला या भूरा पेशाब

  • बार-बार थकान

  • पेट में सूजन या दर्द

  • उल्टी, भूख न लगना

  • त्वचा पर रैश या खुजली

  • ब्लड क्लॉटिंग में दिक्कत

अगर इनमें से कोई भी लक्षण नजर आए, तो बिना देर किए डॉक्टरी सलाह लें और ऊपर बताए गए आयुर्वेदिक उपायों को अपनी डाइट में शामिल करें।

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