धराली में मलबे से निकली चमत्कारी मूर्ति! तबाही के 12 दिन बाद हुआ ऐसा खुलासा, ग्रामीणों की आंखों में आ गए आंसू

उत्तरकाशी, धराली: उत्तराखंड के उत्तरकाशी ज़िले के धराली गांव में हाल ही में आई भीषण आपदा के बाद राहत और बचाव कार्य जारी है, लेकिन इस तबाही के बीच एक ऐसा चमत्कार देखने को मिला जिसने पूरे गांव को आश्चर्य और भावुकता में डुबो दिया।

बीते 5 अगस्त को आई आपदा में जहां पूरा गांव तबाह हो गया, वहीं पौराणिक कल्प केदार मंदिर भी मलबे में दब गया था। इस त्रासदी के बीच गांववालों को न तो मंदिर बचने की उम्मीद थी, न ही कुलदेवी की मूर्तियों की।

लेकिन 12 दिन बाद, जब सर्च टीम मलबा हटा रही थी, तो अचानक एक पेड़ के नीचे से गलाणथोक की कुलदेवी मां राजराजेश्वरी की चांदी की मूर्ति, उनका कटार, और साथ में भगवान शिव की पंचमुखी मूर्ति और पांच पांडवों की मूर्तियां एकदम सुरक्षित हालत में मिलीं।

सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि मूर्ति पर एक खरोंच तक नहीं थी, यहां तक कि देवी की टीका और बिंदी भी जस की तस थीं। ग्रामीणों की आंखें भर आईं। उन्होंने बताया कि यह तीसरी बार है जब मां की मूर्ति किसी आपदा से चमत्कारिक रूप से सुरक्षित मिली है

ग्रामीणों के अनुसार, इससे पहले भी 70 और 80 के दशक में लगी भीषण आग में मां के मंदिर वाला भवन ही सुरक्षित बचा था। वे इसे ईश्वरीय संकेत और मां का चमत्कार मान रहे हैं।

हालांकि, धराली में रेस्क्यू ऑपरेशन अब भी जारी है। इलाके में 25 से 30 फीट तक मलबा जमा है और सड़क संपर्क टूटने की वजह से राहत कार्यों में बाधा आ रही है।

यह घटना जहां त्रासदी की गहराई को दर्शाती है, वहीं आस्था की शक्ति और चमत्कारों पर विश्वास को भी और गहरा करती है।

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