पति के अफेयर का शक…खून की खौफनाक साजिश… 15 लाख में तय हुई हत्या, पत्नी ने खुद रच डाली कत्ल की स्क्रिप्ट….
राजस्थान में रिश्तों को शर्मसार करने वाला मामला, पत्नी ने खुद रच डाली कत्ल की स्क्रिप्ट

राजस्थान | Crime News: राजस्थान से एक ऐसा सनसनीखेज मामला सामने आया है, जिसने रिश्तों की बुनियाद पर ही सवाल खड़े कर दिए हैं। यहां पति के अवैध संबंधों के शक से परेशान पत्नी ने महिला डॉक्टर की हत्या की सुपारी दे दी। साजिश इतनी गंभीर थी कि 15 लाख रुपये में कत्ल का सौदा तय हो चुका था, लेकिन ऐन वक्त पर हुई एक बड़ी चूक ने महिला डॉक्टर की जान बचा ली।
शक ने बदला प्यार को नफरत में
पुलिस के मुताबिक, आरोपी पत्नी को शक था कि उसके पति के महिला डॉक्टर से अवैध संबंध हैं। यह शक धीरे-धीरे जुनून और मानसिक तनाव में बदल गया। हालात ऐसे बने कि पत्नी ने डॉक्टर को रास्ते से हटाने का फैसला कर लिया और पेशेवर बदमाशों से संपर्क कर हत्या की साजिश रच डाली।
15 लाख में तय हुई मौत की डील
जांच में सामने आया है कि हत्या की सुपारी 15 लाख रुपये में तय की गई थी। इसमें से कुछ रकम एडवांस दिए जाने की भी जानकारी मिली है।
सुपारी किलरों ने महिला डॉक्टर की दिनचर्या, आवाजाही और सुरक्षा से जुड़ी जानकारियां जुटानी शुरू कर दी थीं। हर कदम सोच-समझकर उठाया जा रहा था, ताकि कत्ल को हादसे या सामान्य अपराध का रूप दिया जा सके।
एक चूक… और खुल गई पूरी साजिश
लेकिन कहते हैं न, अपराध कितना भी शातिर क्यों न हो, कोई न कोई गलती जरूर होती है।
सूत्रों के मुताबिक, सुपारी किलरों के बीच तालमेल की कमी और बातचीत लीक होने से पुलिस तक यह जानकारी पहुंच गई। एक आरोपी की संदिग्ध गतिविधियों पर पुलिस की नजर पड़ी और यहीं से पूरे मामले की परतें खुलने लगीं।
पुलिस की सतर्कता से टली बड़ी वारदात
पुलिस ने समय रहते कार्रवाई करते हुए हत्या की इस खौफनाक साजिश को नाकाम कर दिया।
महिला डॉक्टर पूरी तरह सुरक्षित हैं और उन्हें पुलिस सुरक्षा मुहैया कराई गई है। वहीं, आरोपी पत्नी और साजिश में शामिल अन्य लोगों से गहन पूछताछ जारी है।
क्या किसी गैंग का था हाथ?
पुलिस यह भी जांच कर रही है कि
क्या इस साजिश में और लोग शामिल थे?
क्या किसी संगठित अपराध गिरोह की मदद ली गई थी?
और क्या पति की भूमिका सिर्फ शक तक सीमित थी या कुछ और भी?
यह मामला सिर्फ एक हत्या की साजिश नहीं, बल्कि शक, अविश्वास और टूटते रिश्तों की खौफनाक तस्वीर है।
कुछ गलतफहमियां और गुस्से में लिया गया एक फैसला… और एक बेगुनाह की जान जाते-जाते बची।

















