गुरुग्राम। लापरवाह पुलिस अफसरों पर अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई हुई है। गृहमंत्री ने पुलिस विभाग के 372 जांच अधिकारियों को सस्पेंड करने का आदेश दिया है। दरअसल ये सभी जांच अधिकारी कई बार की हिदायत के बाद पेंडिंग केस का निपाटारा नहीं कर रहे थे। हरियाणा के गृहमंत्री ने इसे लेकर डीजीपी को पत्र भी लिखा था।

इससे पहले मई महीने में गृह विभाग ने एसीएस गृह विभाग को भी पत्र लिखा था। जिसके बाद नाराज होकर हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज ने हरियाणा पुलिस के लापरवाह जांच अधिकारियों के खिलाफ बड़ा एक्शन लिया है। विज ने 372 जांच अधिकारियों (IO) के निलंबन की मंजूरी दे दी है। पांच सालों से दर्ज केसों में कोई कार्रवाई नहीं होने से अनिल विज नाराज चल रहे थे।

जानकारी के मुताबिक राज्य के विभिन्न थानों में एक साल से 3229 के करीब केस पेंडिंग चल रहे हैं। प्रदेश के जिन विभिन्न जिलों में 372 जांच अधिकारी को निलंबित किया गया है। उनमें गुरुग्राम में 60, फरीदाबाद 32, पंचकूला 10, अंबाला 30, यमुनानगर 57, करनाल 31, पानीपत 3, हिसार 14, सिरसा 66, जींद 24, रेवाड़ी 5, रोहतक 31 और सोनीपत में 9 आईओ है।

गृहमंत्री कार्यालय के अधिकारियों के अनुसार, गृहमंत्री द्वारा बार-बार कारण बताने और उचित करवाई करने को लेकर पहले कई रिमाइंडर जांच अधिकारियों को भेजे गए, इस कार्रवाई से पहले गृहमंत्री की ओर से एक्सप्लेनेशन कॉल भी किया गया, लेकिन कोई जवाब नहीं आने के बाद यह कदम उठाया गया है।

हर खबर आप तक सबसे सच्ची और सबसे पक्की पहुंचे। ब्रेकिंग खबरें, फिर चाहे वो राजनीति...