रांची निलंबित आईएएस अधिकारी पूजा सिंघल अपनी काली कमाई की लाइजनिंग के लिए कुक अमित कुमार के नंबर का इस्तेमाल करती थी। ईडी ने हालिया कोर्ट में दिए गए आरोपपत्र में इन बातों का जिक्र किया है। पूजा सिंघल अपने आईफोन पर फेसटाइम में अमित के मोबाइल नंबर 8797099351 का इस्तेमाल करती थी। फेसटाइम को काफी सेक्योर माना जाता है। इसके कॉल और वीडियो कॉल को ट्रेस नहीं किया जा सकता। ऐसे में प्राइवेसी के लिए इस टाइम का इस्तेमाल किया जाता था।

155 करोड़ से ज्यादा का हुआ है नुकसान

ईडी की जांच में यह बात सामने आई वर्ष 2020 से साहिबगंज से सटे इलाके में अवैध खनन व परिवहन के कारण सरकारी राजस्व को 155 करोड़ से अधिक का नुकसान हुआ है। ईडी की जांच में यह तथ्य सामने आए कि स्टोन चिप्स के 3531 रैक बगैर चालान के अलग-अलग जगहों से भेजे गए। ईडी को अंदेशा है की राजस्व का नुकसान 155 करोड़ से अधिक का भी हो सकता है। ईडी ने अपने हालिया आरोप पत्र में 1000 करोड़ से अधिक का अवैध उत्खनन होने का दावा किया है। ईडी के आरोप पत्र में जिक्र है कि तकरीबन 6295773 क्यूबिक मीटर स्टोन चिप्स रैक के जरिए बगैर चालान बाहर भेजा गया। इस संबंध में मालदा रेल डिविजन से भी जानकारी ईडी ने ली है।

काली कमाई को सफेद करने का अड्डा था अस्पताल

पूजा सिंघल के पति अभिषेक झा के अस्पताल का इस्तेमाल भी काली कमाई को सफेद बनाने में किया जाता था। सीए सुमन कुमार ने पूछताछ में बताया था कि उसके घर पर जो 17 करोड़ से अधिक नकदी बरामद की गई थी, उसमें से अधिकांश हिस्सा पूजा सिंघल का था। पूजा सिंघल के फेसटाइम नंबर की जानकारी सुमन कुमार ने भी दी थी। सुमन कुमार ने ₹10 लाख रुपए पूजा सिंघल के भाई सिद्धार्थ सिंघल को भी दिए थे। वहीं जांच में यह बात सामने आई कि 6 से 7 बार सुमन कुमार ने 10 -10लाख रुपए जमा कराए थे। ताकि फर्जी बिल व रिसिट बनाया जा सके।

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