शादी छोड़ देश के लिए निकला दूल्हा: ‘ऑपरेशन अभ्यास’ में शामिल हुआ सुशांत कुशवाहा

पूर्णिया, बिहार 8 मई 2025: जब देश पुकारे, तो शादी भी इंतजार कर सकती है यह साबित कर दिखाया बिहार के पूर्णिया जिले के रहने वाले सुशांत कुशवाहा ने। जिस दिन उनके घर से बारात निकलनी थी, उसी दिन वे “ऑपरेशन अभ्यास” नामक एक राष्ट्रव्यापी सैन्य मॉक ड्रिल में भाग लेने निकल पड़े। यह साहसिक कदम हर युवा के लिए एक मिसाल बन गया है।

बारात सज चुकी थी, रिश्तेदार नाच-गा रहे थे, लेकिन सुशांत ने कहा:
“शादी तो होती रहेगी, लेकिन देश पहले।”
इतना कहकर वे यूनिफॉर्म पहने अभ्यास स्थल के लिए रवाना हो गए।

देशभर में चला “ऑपरेशन अभ्यास” (शादी छोड़ देश के लिए निकला दूल्हा)

7 मई को आयोजित यह मॉक ड्रिल भारत के संवेदनशील क्षेत्रों में की गई, जिनमें परमाणु संयंत्रतेल रिफाइनरीसैन्य अड्डे, और जलविद्युत परियोजनाएं शामिल थीं।
अभ्यास के दौरान:

  • हवाई हमलों की चेतावनी सायरन बजाए गए

  • बंकरों का उपयोग और ब्लैकआउट की प्रक्रिया का अभ्यास हुआ

  • जन-जागरूकता सत्र आयोजित किए गए

इस पूरे अभियान का उद्देश्य आपदा के समय नागरिक और सुरक्षा बलों की तत्परता को परखना था।

‘ऑपरेशन सिंदूर’: आतंक पर भारत का करारा प्रहार (शादी छोड़ देश के लिए निकला दूल्हा)

इसी बीच, भारतीय सेना ने “ऑपरेशन सिंदूर” के तहत एक निर्णायक कार्रवाई की।
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए नरसंहार, जिसमें 26 निर्दोष नागरिकों की हत्या की गई, के जवाब में भारत ने पाकिस्तान में स्थित आतंकी ठिकानों पर हवाई हमला किया।
हमले के दौरान आतंकियों ने धर्म पूछकर लोगों की हत्या की और एक नवविवाहिता से कहा,
“जा कर मोदी को बता देना।”
भारत ने इसका जवाब चुप्पी से नहीं, कार्रवाई से दिया।

नया भारत – न झुकता है, न डरता है (शादी छोड़ देश के लिए निकला दूल्हा)

सुशांत कुशवाहा जैसे युवाओं की देशभक्ति और सेना की कार्रवाई एक साथ मिलकर यह संदेश देती हैं —
यह नया भारत है। अब हम सहते नहीं, जवाब देते हैं।

भारत की नीति अब स्पष्ट है:

  • आंतरिक सुरक्षा के लिए नागरिक सजग हैं

  • बाहरी खतरों के लिए सेना तैयार है

  • सरकार निर्णायक है

Related Articles