रांची : जिले से एक बड़ी दुखद खबर आ रही है। गैंगरेप से दुखी एक छात्रा ने जान दे दी है। घटना राजधानी के बीआईटी इलाके की है। आरोप है कि छात्रा के दोस्तों ने ही उसके साथ हैवानियत की थी। छात्रा की डायरी में मिले सुसाइड नोट में इसका खुलासा हुआ है। 5 मई को छात्रा ने अपने ही घर में आत्महत्या कर ली थी।

इस पर झारखंड हाईकोर्ट के न्यायाधीश सह झालसा के कार्यपालक अध्यक्ष जस्टिस सुजित नारायण प्रसाद ने संज्ञान लिया है. उन्होंने जिला विधिक सेवा प्राधिकार रांची को यह आदेश दिया है कि वह तत्काल पीड़िता के परिवार से मिलकर आवश्यक सहायता प्रदान करें.

झालसा के निर्देश पर रांची सिविल कोर्ट के प्रधान न्यायायुक्त दिवाकर पांडे ने डालसा सचिव को अविलम्ब एक टीम गठित कर पीड़िता के परिवार को विधिक सहायता प्रदान करने का आदेश दिया. जिसके बाद पीएलवी (पारा लीगल वॉलेंटियर) सम्पा दास व प्रीति पाल ने पीड़िता के परिवार से मुलाकात की और डालसा द्वारा दी जानेवाली निःशुल्क विधिक सहायता के बारे में जानकारी दी. रांची सिविल कोर्ट की ओर से प्रो-बोनो अधिवक्ता ममता श्रीवास्तव को नियुक्त किया गया है और डालसा झारखंड पीड़ित मुआवजा अधिनियम के तहत मुआवजा की प्रक्रिया आगे बढ़ा दी गयी है.

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