केरल: यूनियम पब्लिक सर्विस कमीशन द्वारा आयोजित सिविल सेवा परीक्षा में हर वर्ष 10 लाख से अधिक अभ्यर्थी बैठते हैं। लेकिन कुछ सौ लोग ही इस परीक्षा को पास करते हैं। उनमें से भी कुछ ही होते हैं जो काफी संघर्ष के बाद एक ऐसे मुकाम को हासिल करते हैं जो लोगों को प्रेरणा देने का काम करता है। मुलरूप से केरल के रहने वाले श्रीनाथ ने रेलवे स्टेशन पर कुली का काम करते हुए बिना किसी कोचिंग की मदद के न केवल यूपीएससी में कामयाबी हासिल की बल्कि केरल पब्लिक सर्विस कमीशन के परीक्षा में भी अपना दम दिखा चुका है।

बिना कोचिंग पास किया यूपीएससी की परीक्षा

श्रीनाथ के केरल के एर्नाकुलम स्टेशन पर कुली का काम करते थे। उनके पास पैसों की कमी थी और इतना समय नहीं होता कि वे अलग से कोचिंग ले पाए। इस दौरान उन्होंने संसाधनों की कमी का हवाला न देते हुए खुद से मेहनत करनी शुरू की और नतीजा यह हुआ कि उन्होंने यूपीएससी परीक्षा पास की और लोगों के लिए मिसाल बन गए।

संसाधनों की कमी को नहीं बनने दिया कामयाबी में रोड़ा 

अक्सर आपने लोगों को कामयाबी न मिलने पर कई तरह की शिकायतें करते देखा होगा जिसमें ज्यादातर लोग संसाधनों की कमी को खुद के कामयाब न होने की वजह बताते हैं। उनका मानना होता है कि अगर उन्हें सारी सुख-सुविधाएं मिलतीं तो वो जीवन में कुछ बेहतर कर सकते थे। लेकिन श्रीनाथ को कभी इस बात से कोई शिकायत नहीं रही। उन्होंने आपदा को अवसर में बदलकर एक नया मुकाम हासिल कर लिया। उन्होंने कभी संसाधनों की कमी को अपने कामयाबी के रास्ते में रोड़ा नहीं बनने दिया।  

तत्कालीन रेल मंत्री पीयूष गोयल ने की थी प्रशंसा

श्रीनाथ के द्वारा यूपीएससी परीक्षा पास करने के बाद तत्कालीन रेलवे मंत्री पीयूष गोयल ने श्रीनाथ को बधाई देते हुए ट्वीट कर लिखा- रेलवे के निःशुल्क WiFi से केरल में कुली का कार्य करने वाले श्रीनाथ के जीवन में एक बहुत बड़ा परिवर्तन आया है, स्टेशन पर उपलब्ध WiFi के उपयोग से उन्होंने तैयारी कर प्रतियोगी परीक्षा में सफलता प्राप्त की है, मैं उनकी सफलता पर उन्हें बधाई और भविष्य के लिए शुभकामनाएं देता हूं।

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