झारखंड: रिजल्ट के इंतजार में छात्र बैठे धरने पर, बाबूलाल मरांडी ने मुख्यमंत्री से पूछा, बताईये आपकी मंशा क्या है? क्या कोर्ट जाना होगा…
Jharkhand: Students sit on strike waiting for the results, Babulal Marandi asked the Chief Minister, tell me what is your intention? Will I have to go to court?
harkhand News: झारखंड में प्रतियोगी परीक्षाओं का हाल बेहाल है। JPSC हो या JSSC कोई भी परीक्षा बिना विवाद के खत्म ही नहीं हो रहा है। झारखंड में सीजीएल परीक्षा को लेकर विवाद चल ही रहा है। अब नया मामला JPSC परीक्षा के परिणाम को लेकर सामने आया है। रिजल्ट का बेसब्री से इंतजार कर रहे अभ्यर्थी अब धरने पर बैठ गये।
इधर इस मामले में भाजपा ने हेमंत सरकार को छात्र विरोधी बताया है। दरअसल JPSC अध्यक्ष का पद पिछले साल अगस्त महीने से खाली पड़ा है। राज्य सरकार अभी तक नये अध्यक्ष की तलाश नहीं कर पा रहीहै। लिहाजा, जेपीएससी की पूरी व्यवस्था ही गड़बड़ा गयी है। नये चेयरमैन ना होने से ना परिणाम जारी हो पा रहा है और ना ही परीक्षा का कैलेंडर तय हो पा रहा है।
रिजल्ट का इंतजार करते करते थक चुके अभ्यर्थियों का सब्र अब टूट गया है। लिहाजा छात्र धरने पर बैठे हैं। इधर छात्रों के समर्थन में भाजपा उतर आयी है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने सोशल मीडिया हैंडल पर पोस्ट किया है। उन्होंने लिखा हैकि JPSC अध्यक्ष का पद पिछले साल के अगस्त महीने से रिक्त है। अध्यक्ष नहीं रहने से परीक्षाओं का रिजल्ट अटका हुआ है। हज़ारों छात्रों का भविष्य अधर में है।
बाबूलाल मरांडी ने आगे लिखा है कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने घोषणा की थी कि 1 जनवरी 2025 से पूर्व JPSC और JSSC परीक्षाओं के लिए नियुक्ति कैलेंडर एवं परीक्षा परिणाम जारी कर दिया जाएगा, लेकिन मुख्यमंत्री के झूठे आश्वासन से क्षुब्ध होकर युवाओं को आंदोलन करने के लिए बाध्य होना पड़ रहा है। हेमंत सोरेन JPSC अध्यक्ष की नियुक्ति के लिए आपकी क्या मंशा है? क्या युवाओं को अपना अधिकार मांगने के लिए बार-बार न्यायलय की शरण में जाना पड़ेगा?