साउथ के दिग्गज एक्टर रंगनाथ की कहानी…पर्दे पर मुस्कान…अंदर गहरा सन्नाटा… आखिर क्यों चुना मौत का रास्ता?

300 फिल्में, बेमिसाल शोहरत… लेकिन अंत इतना दर्दनाक कि हर कोई सन्न रह गया! पत्नी की मौत के बाद टूटा सुपरस्टार, कामवाली के नाम कर दी दौलत, फिर कर ली आत्महत्या

साउथ के दिग्गज एक्टर रंगनाथ की कहानी…पर्दे पर मुस्कान…अंदर गहरा सन्नाटा… आखिर क्यों चुना मौत का रास्ता?

हैदराबाद: रौशनी, शोहरत और तालियों की गूंज के बीच भी कभी-कभी ज़िंदगी अंदर से टूट चुकी होती है — साउथ सिनेमा के मशहूर एक्टर रंगनाथ की कहानी यही दर्द बयां करती है।
करीब 300 फिल्मों में काम करने वाले इस सुपरस्टार का अंत इतना दर्दनाक और चौंकाने वाला था कि पूरी इंडस्ट्री स्तब्ध रह गई।

रंगनाथ, जिनका असली नाम तिरुमला सुंदर श्री रंगनाथ था, 70 के दशक में तेलुगु सिनेमा में छा गए थे।
उन्होंने गोपाल गोपाल, देवराय, अडवी रामुडु और निजाम जैसी हिट फिल्मों में शानदार किरदार निभाए। फिल्मों के अलावा वे टीवी सीरियल्स शांति निवासम और मोगलिरेकुलु में भी नजर आए।
एक्टर बनने से पहले वे इंडियन रेलवे में टिकट कलेक्टर थे, लेकिन बचपन से एक्टिंग के जुनून ने उन्हें सरकारी नौकरी छोड़ने पर मजबूर कर दिया।

उनकी निजी जिंदगी पर्दे के पीछे एक गहरी त्रासदी थी। रंगनाथ की पत्नी 15 साल तक बीमार रहीं, और उन्होंने अपनी पूरी ज़िंदगी उनकी सेवा में लगा दी।
लेकिन साल 2009 में पत्नी की मौत के बाद रंगनाथ अंदर से पूरी तरह टूट गए

समय बीतता गया, काम कम होता गया, और हालात इतने बिगड़े कि उन्हें सिर्फ 5 हजार रुपये किराए वाले घर में रहना पड़ा।
कभी करोड़ों की कमाई करने वाले स्टार की जिंदगी अब अकेलेपन और तन्हाई में सिमट चुकी थी।

फिर एक दिन — उन्होंने फांसी लगाकर अपनी जिंदगी खत्म कर ली।
अपने सुसाइड नोट में उन्होंने सिर्फ एक पंक्ति लिखी थी —

“मीनाक्षी को परेशान मत करो।”

मीनाक्षी उनकी वही कामवाली थी, जिसने उनके अंतिम दिनों में उनकी सेवा की थी।
एक्टर ने अपने जीवन के आखिरी दिनों में मीनाक्षी के नाम अपनी संपत्ति और कैश कर दिया था।

फिल्मी दुनिया का यह किस्सा याद दिलाता है कि चमक-दमक के पीछे भी एक गहरा अंधेरा छिपा होता है।
रंगनाथ की मुस्कान पर्दे पर लोगों को हंसाती थी,
लेकिन असल जिंदगी में उनका दिल टूट चुका था — हमेशा के लिए।

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