बिहार चुनाव से पहले अलर्ट मोड पर राज्य…20 जिले बने किला…..सीमाएं सील — क्या दूसरे चरण की वोटिंग में होगी सबसे बड़ी परीक्षा? 

पटना। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के दूसरे चरण की वोटिंग से पहले पूरा राज्य सुरक्षा के अभेद घेरे में आ गया है। चुनाव प्रचार रविवार शाम 6 बजे समाप्त हो गया, और अब मंगलवार 11 नवंबर को 20 जिलों की 122 विधानसभा सीटों पर मतदान होना है। इस चरण में कुल 1302 उम्मीदवार मैदान में हैं, जिनमें 1165 पुरुष, 136 महिलाएं और 1 थर्ड जेंडर प्रत्याशी शामिल हैं।

सुरक्षा पर ‘ऑपरेशन हाई अलर्ट’

बिहार के पुलिस महानिदेशक विनय कुमार ने बताया कि दूसरे चरण के मतदान को लेकर सुरक्षा इंतज़ाम पूरी तरह पुख्ता हैं। उन्होंने कहा कि पहले चरण की तुलना में इस बार सुरक्षा व्यवस्था और अधिक कड़ी की गई है।

राज्य के सभी जिलों में पुलिस और केंद्रीय सुरक्षा बलों की भारी तैनाती की गई है। मतदान के दिन किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए 1,650 कंपनियों की तैनाती की जा रही है। इसके साथ ही राज्य पुलिस बल की अतिरिक्त टुकड़ियां भी भेजी गई हैं ताकि हर बूथ पर शांतिपूर्ण मतदान कराया जा सके।

सीमाएं सील, 20 जिले बने किला

दूसरे चरण में जिन जिलों में मतदान होना है, उनमें से कई अंतरराष्ट्रीय और अंतरराज्यीय सीमाओं से सटे हैं। इस वजह से प्रशासन ने अतिरिक्त सतर्कता बरती है।
डीजीपी विनय कुमार ने बताया कि भारत-नेपाल सीमा से सटे सात जिलों में सुरक्षा व्यवस्था को बेहद मजबूत किया गया है, जबकि झारखंड, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल की सीमाओं से जुड़े जिलों में विशेष निगरानी रखी जा रही है।

उन्होंने कहा कि “अंतरराष्ट्रीय सीमाएं शनिवार से पूरी तरह सील कर दी गई हैं, जबकि अंतरराज्यीय सीमाएं रविवार शाम तक बंद कर दी जाएंगी।

3.70 करोड़ मतदाता करेंगे वोट

चुनाव आयोग के अनुसार, इस चरण में 3.70 करोड़ मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। इनमें 1.95 करोड़ पुरुष, 1.74 करोड़ महिलाएं और 943 थर्ड जेंडर मतदाता शामिल हैं।

मतदान के लिए 45,399 बूथ बनाए गए हैं — इनमें 5326 शहरी और 40,073 ग्रामीण क्षेत्र के बूथ हैं। इनमें से

  • 595 बूथ पूरी तरह महिलाओं द्वारा संचालित होंगे,

  • 91 बूथ दिव्यांगों द्वारा, और

  • 316 मॉडल बूथ के रूप में तैयार किए गए हैं।

  • सुरक्षा एजेंसियों की चौकसी

सुरक्षा एजेंसियों ने सीमावर्ती इलाकों में ड्रोन निगरानी, नाइट पेट्रोलिंग और सख्त बॉर्डर चेकिंग की व्यवस्था की है। संवेदनशील क्षेत्रों में पैरामिलिट्री फोर्स की तैनाती के साथ ही हर मतदान केंद्र पर पुलिस और वीडियो सर्विलांस टीम की मौजूदगी रहेगी।

बिहार में दूसरे चरण की वोटिंग से पहले माहौल पूरी तरह चुनावी और सुरक्षा एजेंसियां हाई अलर्ट पर हैं। अब सबकी निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि क्या मंगलवार को राज्य में शांतिपूर्ण मतदान हो पाता है या फिर किसी अप्रत्याशित घटना से चुनावी समर में हलचल मचती है।

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