झारखंड में माध्यमिक आचार्यों की नियुक्ति: 1373 पदों पर बहाली के लिए आवेदन शुरू, जानिए योग्यता और चयन प्रक्रिया

Appointment of secondary teachers in Jharkhand: Applications started for recruitment to 1373 posts, know the eligibility and selection process

झारखंड के हाईस्कूलों में माध्यमिक सहायक आचार्य की नियुक्ति होगी. इसकी तैयारी स्कूली शिक्षा व साक्षरता विभाग ने शुरू कर दी है. शिक्षा विभाग ने सभी जिलों से शिक्षकों की रिक्तियां मांगी है.

सभी जिलों को स्कूलवार खाली पदों की संख्या देनी है. इसमें विषयवार-कोटिवार शिक्षकों के कितने पद स्वीकृत हैं, कितने पर कार्यरत हैं और कितने पद खाली हैं इसकी जानकारी देनी होगी.

शिक्षा निदेशक ने सभी जिलों से मांगी अविलंब रिपोर्ट

जानकारी के अनुसार, स्कूलों में बच्चों की संख्या भी बतानी होगी और उनके अनुपात में कार्यरत शिक्षकों की अलग से जानकारी देनी होगी. इससे यह स्पष्ट हो सकेगा कि किसी स्कूल में बच्चों के नामांकन के अनुपात में कितने शिक्षक पदस्थापित हैं. शिक्षा विभाग के माध्यमिक शिक्षा निदेशक राजेश प्रसाद ने सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों को निर्देश दिया है और अविलंब रिपोर्ट मांगी है.

हाईस्कूलों में शिक्षकों के खाली पदों को नियुक्ति से पहले रेस्त्रलाइजेशन से भी भरा जाएगा. इसमें जिन स्कूलों में बच्चों के अनुपात में शिक्षक ज्यादा हैं उन्हें वैसे स्कूल जहां बच्चों के अनुपात में कम शिक्षक हैं पदस्थापित किया जाएगा. वहीं, अंतर जिला स्थानांतरण में भी इसे देखते हुए शिक्षकों की कार्रवाई की जाएगी.

विज्ञापन को हाईकोर्ट में दी गई चुनौती

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, माध्यमिक आचार्य (कंप्यूटर साइंस) नियुक्ति के विज्ञापन को चुनौती देते हुए झारखंड हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की गई है. प्रार्थी प्रियंका कुमार व अन्य की ओर से अधिवक्ता चंचल जैन ने हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की है. जिसमें जेएसएससी की ओर से जारी विज्ञापन को चुनौती दी गई है.

याचिका में कहा गया है कि विज्ञापन में बीएड या इंटीग्रेटेड बीएड या एमएड को अनिवार्य योग्यता के रूप में शामिल किया गया है, जो उचित नहीं है. कहा गया है कि बीएड पाठ्यक्रम में कंप्यूटर साइंस या किसी अन्य तकनीकी विषय को शामिल नहीं किया गया है, जिस कारण कंप्यूटर साइंस में स्नातक या स्नातकोत्तर करने वाले छात्रों को बीएड या एमएड करने का अवसर नहीं मिलता.

इसके चलते कई अभ्यर्थी आवेदन करने से वंचित हो रहे हैं, जो पूरी तरह से गलत और भेदभावपूर्ण है. अधिवक्ता चंचल जैन ने जानकारी देते हुए बताया कि विज्ञापन में निर्धारित शैक्षणिक योग्यता तकनीकी विषयों के लिए उपयुक्त नहीं है, जिससे योग्य अभ्यर्थी वंचित हो रहे हैं.

पहली से पांचवीं के 9449 पारा शिक्षक शामिल

झारखंड एकेडमिक काउंसिल ने पारा शिक्षकों (सहायक अध्यापकों) की आकलन परीक्षा का परिणाम जारी कर दिया है. इस बार 53.40 फीसदी पारा शिक्षक ही सफल हुए हैं, जबकि पहली आकलन परीक्षा में 72.31% सफल हुए थे. जैक ने पारा शिक्षकों की दूसरी आकलन परीक्षा 5 जनवरी को आयोजित की थी. पहली से पांचवीं के 9449 पारा शिक्षक शामिल हुए थे.

इनमें 4910 पारा शिक्षक सफल हुए हैं और 4539 पारा शिक्षक पास नहीं कर सके हैं. छठी से 8वीं के 1270 पारा शिक्षकों ने आकलन परीक्षा दी थी, जिसमें 814 पास हुए और 456 पास नहीं हो सके हैं. पहली से 5वीं में 51.96% और छठी से 8वीं में 64.09% पारा शिक्षक पास हुए हैं.

स्कूली शिक्षा व साक्षरता विभाग ने जनवरी 2022 में ही शिक्षक पात्रता परीक्षा के साथ प्रशिक्षित पारा शिक्षकों के मानदेय में 50% की और सिर्फ प्रशिक्षित पारा शिक्षकों के मानदेय में 40% की बढ़ोतरी की थी. सिर्फ प्रशिक्षित पारा शिक्षकों के मानदेय में आकलन परीक्षा के बाद 10% की बढ़ोतरी होनी थी.

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