इस मंदिर में रात को आते हैं खुद श्रीकृष्ण! सुबह दिखते हैं उनके आने के सबूत – जानिए रंगमहल का रहस्य

“वृंदावन का रंगमहल मंदिर: जहाँ रात को भगवान श्रीकृष्ण रास रचाते हैं और सुबह रह जाते हैं चमत्कारी निशान”
उत्तर प्रदेश के वृंदावन में स्थित रंगमहल मंदिर केवल एक पूजा स्थल नहीं, बल्कि दिव्यता और रहस्य का ऐसा संगम है जहाँ आस्था साक्षात अनुभव में बदल जाती है। यहाँ भक्तों की मान्यता है कि रोज रात को स्वयं भगवान श्रीकृष्ण और राधा रानी आते हैं, और सुबह उनके आने के प्रमाण साफ दिखाई देते हैं।
क्या है रहस्य?
मंदिर का दरवाजा हर रात अपने आप बंद हो जाता है और सुबह बिना किसी मानवीय प्रयास के खुल जाता है। पुजारियों के अनुसार, यह सामान्य घटना नहीं बल्कि दिव्य चमत्कार है। रात को भगवान के लिए विशेष बिस्तर सजाया जाता है, मक्खन रखा जाता है, और जब सुबह द्वार खुलता है तो बिस्तर पर सिलवटें और पगचिन्ह मिलते हैं, मक्खन में उंगलियों के निशान दिखाई देते हैं।
निधिवन का रहस्य और चमत्कार
रंगमहल मंदिर के पास ही स्थित निधिवन को लेकर भी अनगिनत रहस्यमयी कथाएं प्रचलित हैं। कहा जाता है कि यहाँ राधा-कृष्ण रास रचाते हैं, और जो भी व्यक्ति इस रास को छिपकर देखने की कोशिश करता है, वह या तो पागल हो जाता है या फिर उसकी मृत्यु हो जाती है। यह स्थल श्रद्धा और रहस्य का अद्भुत मिश्रण है।
लाखों भक्तों की आस्था का केंद्र
हर साल लाखों श्रद्धालु यहां सिर्फ दर्शन के लिए नहीं, बल्कि इस दिव्य अनुभूति को महसूस करने आते हैं। मंदिर की रात्रि आरती के बाद किसी को प्रवेश की अनुमति नहीं होती, लेकिन सुबह की अनुभूति हर भक्त को ईश्वर के साक्षात स्पर्श का अनुभव देती है।





