राजस्थान के इन 5 मशहूर बाजारों से करें शॉपिंग, कम कीमत में मिलेंगी खास चीजें

जयपुर। राजस्थान न केवल अपने किलों और राजसी इतिहास के लिए जाना जाता है, बल्कि यहां की संस्कृति और पारंपरिक बाजार भी देश-विदेश के पर्यटकों को आकर्षित करते हैं। अगर आप राजस्थान घूमने जा रहे हैं और खासतौर पर जयपुर पहुंचे हैं, तो वहां की मशहूर शॉपिंग डेस्टिनेशनों की सैर जरूर करें। यहां आपको पारंपरिक वस्त्र, आभूषण, जूते, मसाले और हस्तशिल्प से जुड़ी हर वो चीज़ मिल जाएगी जो राजस्थान की पहचान है।
यहां जानिए राजस्थान के 5 ऐसे बाजारों के बारे में, जहां आप कर सकते हैं शानदार शॉपिंग – वो भी बेहद किफायती दामों पर:
1. जयपुर का जौहरी बाजार – गहनों के शौकीनों की जन्नत
अगर आप पत्थरों और रत्नों से सजी पारंपरिक ज्वेलरी की तलाश में हैं तो जौहरी बाजार आपके लिए परफेक्ट जगह है। यहां सोने-चांदी के साथ-साथ कुंदन और मीनाकारी आभूषण भी मिलते हैं। साथ ही सुंदर साड़ियां और पारंपरिक लहंगे भी इस बाज़ार की पहचान हैं।
2. जोधपुर का घंटाघर बाजार – मसालों की खुशबू के साथ शॉपिंग का मजा
घंटाघर मार्केट जोधपुर का एक लोकप्रिय बाजार है जहां मसालों की खुशबू आपको दूर से ही खींच लाती है। यहां स्थानीय लोग ही नहीं, विदेशी पर्यटक भी बड़े चाव से खरीदारी करते हैं। मसालों के अलावा कपड़े और हैंडीक्राफ्ट आइटम्स भी यहां सस्ते दामों पर उपलब्ध हैं।
3. जैसलमेर का सदर बाजार – थोक में खरीदारी का सही ठिकाना
दिल्ली के सदर बाजार की तरह जैसलमेर का सदर बाजार भी काफी फेमस है। यहां से आप प्राचीन वस्तुएं, राजस्थानी ज्वेलरी और लकड़ी का बना हुआ सुंदर सामान थोक दामों में खरीद सकते हैं। यह बाज़ार राजस्थान के सबसे सस्ते बाजारों में गिना जाता है।
4. जयपुर का बापू बाजार – पारंपरिक पोशाकों का खजाना
अगर आप जयपुर की पारंपरिक पोशाकें, जूती और कपड़े खरीदना चाहते हैं, तो बापू बाजार जरूर जाएं। यहां की रंग-बिरंगी दुकानों में मोलभाव कर आप अपने लिए बेहतरीन चीजें खरीद सकते हैं। यह बाजार भी स्थानीय संस्कृति से जुड़े वस्त्र और सजावटी सामान के लिए जाना जाता है।
5. उदयपुर का हथीपोल बाजार – लोक कला और पेंटिंग्स की दुनिया
लोककला के दीवाने हैं तो उदयपुर का हथीपोल बाजार आपको निराश नहीं करेगा। यहां आपको राजस्थान की पारंपरिक पेंटिंग्स, पॉटरी, मिनिएचर आर्ट और बंधेज कपड़े मिलेंगे। ये चीजें आपके सफर की सुंदर यादें बन सकती हैं।
राजस्थान की यात्रा केवल किलों तक ही सीमित नहीं है। यहां के पारंपरिक बाजार भी संस्कृति का जीवंत उदाहरण हैं। अगर आप घूमने के साथ-साथ कुछ खास और सस्ता खरीदना चाहते हैं, तो इन बाजारों में जाकर खरीदारी करना न भूलें।