झारखंड में दूसरी कक्षा से पढ़ाई जायेगी शिबू सोरेन की जीवनी, शिक्षा विभाग के ड्राफ्ट पर हेमंत सरकार की मुहर, 11वीं तक की कक्षा में ये शामिल होंगे तथ्य

Shibu Soren's biography will be taught in Jharkhand from the second grade onwards. The Hemant government has approved the education department's draft, and these facts will be included in classes up to the 11th grade.

Shibu Soren Sylbus In Jhrkhand Text Book : झारखंड सरकार ने स्कूली पाठ्यक्रम में दिशोम गुरु शिबू सोरेन की जीवनी को शामिल कर लिया है। सरकार की मंजूरी के बाद अब पाठ्यक्रम भी तैयार कर लिया गया है। दूसरी कक्षा की किताबों से लेकर 11वीं तक की किताबों में शिबू सोरेन से जुड़े अलग-अलग तथ्यों को शामिल किया गया है। कक्षा 2 से 11वीं तक की किताबों में उनकी जीवनी से जुड़े 10 अध्याय जोड़े जाएंगे।

 

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने शिक्षा विभाग के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। शिक्षा विभाग द्वारा तैयार ड्राफ्ट को भी मंजूरी मिल गई है। नई शैक्षणिक सामग्री का कंटेंट तैयार कर लिया गया है और इसे 2026 से लागू किया जाएगा।सरकार के इस निर्णय का उद्देश्य नई पीढ़ी को राज्य के आदिवासी आंदोलन, सामाजिक सुधारों और पर्यावरण संरक्षण से जोड़ना है।

 

दूसरी से 11वीं तक शामिल होंगे अध्याय

स्कूली शिक्षा विभाग के अनुसार कक्षा 2 से 11वीं तक कुल 10 अध्याय जोड़े जाएंगे। इनमें सबसे ज्यादा तीन अध्याय कक्षा 8 की किताबों में होंगे। वहीं कक्षा 6 की किताबों में दो अध्याय होंगे। कक्षा 2, 4, 7, 9 और 11 में एक-एक अध्याय जोड़ा जाएगा।अध्यायों में शिबू सोरेन के जीवन संघर्ष, आदिवासी अस्मिता की लड़ाई, नशामुक्ति अभियान, पर्यावरण संरक्षण, उनके राजनीतिक योगदान और सामाजिक संदेशों को शामिल किया गया है।

 

विभिन्न विषयों में पढ़ाई जाएगी जीवनी

दिशोम गुरु की जीवनी को सिर्फ हिंदी विषय तक सीमित नहीं रखा गया है, बल्कि विभिन्न विषयों में अलग-अलग रूपों में पढ़ाया जाएगा।

पाठ्यक्रम इस प्रकार होगा:

• कक्षा 2 (हिंदी): बहादुर शिवलाल (चित्रकथा)

• कक्षा 4 (पर्यावरण विज्ञान): शिबू सोरेन: पर्यावरण संरक्षण

• कक्षा 6 (सामाजिक अध्ययन): गुरुजी का नशामुक्ति अभियान, दिशोम गुरु: आजीविका

• कक्षा 7 (हिंदी): गुरुजी का अकिल अखड़ा (पटकथा)

• कक्षा 8 (हिंदी व सामाजिक अध्ययन): दिशोम गुरु शिबू सोरेन (संक्षिप्त जीवनी), दिशोम गुरु और अबुआ राज, गुरुजी की अदालत-चेताव बैसी

• कक्षा 9 (हिंदी): शिबू सोरेन: आदिवासी चेतना का प्रहरी (निबंध)

• कक्षा 11 (राजनीति विज्ञान): गुरुजी का उन्नीस सूत्री कार्यक्रम

 

सात सदस्यीय कमेटी ने तैयार किया पाठ्यक्रम

शिक्षा विभाग ने इस पाठ्यक्रम को अंतिम रूप देने के लिए सात सदस्यीय विशेषज्ञ समिति का गठन किया था। समिति ने अलग-अलग कक्षाओं और विषयों में शिबू सोरेन के जीवन और कार्यों को इस तरह से शामिल किया है कि बच्चे न केवल पढ़ाई के माध्यम से बल्कि राज्य के इतिहास, संस्कृति और समाज सुधार आंदोलनों को भी समझ सकें।

सरकार अब पाठ्यपुस्तकों के मुद्रण के लिए अगले माह टेंडर प्रक्रिया शुरू करने जा रही है। शिक्षा विभाग का कहना है कि इस निर्णय से बच्चों में समाज सुधार और पर्यावरण संरक्षण की समझ विकसित होगी और वे राज्य के नायकों के योगदान से प्रेरणा लेंगे।

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