झारखंड: हिम्मत तो देखिये पुलिसवालों को ही बना लिया बंधक, बदमाश को पकड़ने गयी पुलिस टीम से धक्का मुकी, कमरे में कर दिया बंद …
Jharkhand: Just look at the courage, he took the policemen hostage, pushed the police team that went to catch the criminal, locked them in a room...

देवघर। लगता है बदमाशों को पुलिस का भी डर नहीं रह गया है। अपराधियों को पकड़ने गयी पुलिस टीम को ही बंधक बना लिया गया। घटना देवघर जिले के करौं थाना क्षेत्र का है। जानकारी के मुताबिक मधुपुर के नगादरी गांव में संदिग्ध साइबर अपराधियों को पकड़ने करौं थाना प्रभारी और एक जवान पहुंचे थे। इसी दौरान ग्रामीणों ने बंधक बना लिया।
करीब चार घंटे तक थाना प्रभारी विपिन कुमार और जवान ग्रामीणों के कब्जे में रहे। जिसके बाद वरीय पुलिस पदाधिकारियों को सूचना मिलने के बाद बड़ी संख्या में पुलिस गांव पहुंची। पहले दोनों संदिग्धों को छोड़ा गया। बाद में ग्रामीणों ने उन्हें मुक्त किया।
मिली जानकारी के मुताबिक साइबर थाना की पुलिस टीम करौं पुलिस के सहयोग से नगादरी में छापेमारी कर रही थी। अलग-अलग बाइक से सादे लिबास में पहुंची पुलिस ने हाफिज अंसारी और उसके भाई को हिरासत में लेकर कुछ दूर खड़े पुलिस वाहन में बैठा दिया। दोनों युवकों को पकड़ने के बाद पुलिस जब तीसरे युवक को पकड़ रही थी, तो इसी दौरान ग्रामीणों और महिलाओं से कुछ विवाद हो गया।
जिसके बाद धक्का-मुक्की और विवाद बढ़ गया। जानकारी के मुताबिक इसी दौरान इदरिश मौलाना उर्फ भुखू अंसारी की बीमार पत्नी को किसी से धक्का लग गया और वह गिरकर बेहोश हो गयी। इसके बाद दर्जनों ग्रामीण आक्रोशित हो गए और पुलिस से उलझ पड़े।
गुस्साये ग्रामीणों ने करौं थाना प्रभारी विपिन कुमार और एक जवान को पकड़ कर ग्रामीणों ने एक डीलर के घर में बंद कर दिया, जबकि साइबर थाना की पुलिस समेत अन्य अधिकारी और जवान वहां से बचकर निकल गए।
इसकी सूचना वरीय अधिकारियों को दी गयी। बातचीत के बाद पुलिस ने हाफिज अंसारी और उसके भाई को छोड़ दिया। तब ग्रामीण शांत हुए और शाम साढ़े चार बजे करौं थाना प्रभारी और एक जवान को छोड़ दिया। इसके बाद पुलिस के अधिकारी और जवान गांव से निकले।