रांची: दुर्गा पूजा के दौरान पूरे राज्य में 13000 अतिरिक्त जवान सुरक्षा व्यवस्था की कमान संभालेंगे। इनमें करीब 5900 लाठी बल, चार कंपनी रैप, दो कंपनी रैफ, 4 कंपनी सीआरपीएफ के अलावा 5000 गृह रक्षक जिलों में विधि व्यवस्था ड्यूटी में तैनात रहेंगे। इसके अलावा सभी रेंज डीआईजी व पुलिस मुख्यालय में 800 लाठी बल और रैपिड एक्शन पुलिस के करीब 200 जवान रिजर्व में रहेंगे, जिनका इस्तेमाल विषम परिस्थिति में किया जाएगा। पुलिस मुख्यालय ने इससे संबंधित आदेश जारी कर दिया है।

धार्मिक स्थलों की बढ़ाई गई सुरक्षा व्यवस्था

दुर्गा पूजा के दौरान असामाजिक तत्वों पर नजर रखने के लिए पूजा समितियों के साथ मिलकर शहर में, खासकर पूजा पंडालों के आसपास पर्याप्त संख्या में सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं। पूजा के दौरान भीड़भाड़ वाले स्थान पर ड्रोन कैमरे का भी इस्तेमाल किया जाएगा। सादे लिबास में भी महिला व पुरुष पुलिसकर्मी, पदाधिकारी संदिग्धों पर नजर रखेंगे। पूजा पंडालों को शहर के सभी धार्मिक स्थलों की सुरक्षा कड़ी की गई है।

झारखंड के 4 जिले सर्वाधिक संवेदनशील

राज्य में 4 जिलों को दुर्गा पूजा के दौरान सर्वाधिक संवेदनशील बताया गया है। इन जिलों में रांची, हजारीबाग, जमशेदपुर और गिरिडीह जिले शामिल है। इन राज्यों में अश्रु गैस व गिरिडीह को छोड़ तीन जिलों में बम निरोधक दस्ते को पूजा की सुरक्षा में लगाया गया है

जैप के 1000 अतिरिक्त जवान होंगे वापस

रांची के मेन रोड मैं बजरंग

बली की प्रतिमा खंडित किए जाने के बाद संप्रदायिक तनाव की आशंका को देखते हुए पुलिस मुख्यालय ने रांची में बुधवार को तत्काल झारखंड सशस्त्र पुलिस के 1000 जवानों को रांची में तैनात कर दिया गया था। यह जवान दो दिनों में वापस हो जाएंगे। यहां पहले से करीब 1400 लाठी बल, दो कंपनी रैपिड एक्शन पुलिस, 400 गृह रक्षकों के अलावा एक अश्रु गैस वह एक बम निरोधक दस्ता की तैनाती की गई है।

सांप्रदायिक तनाव के बाद तैनात थे जवान

एक दिन पहले रांची में एक बार फिर सांप्रदायिक तनाव भड़काने की साजिश के बाद बल की संख्या बढ़ाई गई है, ताकि दुर्गा पूजा के दौरान कोई असामाजिक तत्व विघ्न डालने की कोशिश न कर पाये। तीन अक्टूबर से रांची में सीआरपीएफ के अलावा रैपिड एक्शन फोर्स (रैफ) को भी तैनात किया जाएगा। सीआरपीएफ व रैफ की तैनाती तीन अक्टूबर से सात अक्टूबर तक रहेगी।

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