बचत घोटाला झारखंड में: मनरेगा मजदूरों को बनाया गया ठगी का शिकार, पुलिस ने दर्ज किया मामला

झारखंड में घोटालेबाजों ने मनरेगा मजदूरों को भी नहीं छोड़ा. धनपिपासु ठगों ने मनरेगा मजदूरों द्वारा पाई-पाई जोड़कर जमा की गई उनकी गाढ़ी कमाई झटके में लूट ली.

जो मजदूर पूरे दिन कभी धूप, कभी ठिठुरन वाली ठंड और कभी मूसलाधार बारिश में अपना खून और पसीना बहाकर बमुश्किल जीवन-यापन लायक कमाई कर पाते हैं, घोटाले बाजों ने रकम डबल करने का लालच देकर उनसे उनकी खून-पसीने की कमाई छीन ली.

अपनी गाढ़ी कमाई लुटाकर अब इन मनरेगा मजदूरों को समझ नहीं आ रहा है कि कहां न्याय मांगें. किस दरवाजे पर अपनी रकम वापस पाने की गुहार लगाएं. मामला लातेहार के मनिका प्रखंड का है.

लातेहार के मटलौंगा और बिशुनबांध गांव का मामला

झारखंड के लातेहार जिले के मनिका थाना क्षेत्र के मटलौंग और बिशुनबांध गांव में एक बड़े बचत घोटाले का पर्दाफाश हुआ है. प्रसिद्ध अर्थशास्त्री ज्यां ग्रेज ने शुक्रवार को अंबाकोठी स्थित सामुदायिक भवन में ठगी के शिकार ग्रामीणों के साथ प्रेस वार्ता कर इस घोटाले की जानकारी दी.

उन्होंने बताया कि नरेश प्रजापति और अभय प्रजापति नामक दो व्यक्तियों ने गांव के मनरेगा मजदूरों, ईंट भट्टा श्रमिकों और गरीब परिवारों को पांच वर्षों में पैसा दोगुना करने का लालच देकर करोड़ों रुपये की ठगी की है.

इन लोगों ने वेलफेयर सोसाइटी, ग्रीन टच प्रोजेक्ट लिमिटेड, सावरेन मल्टीप्लेक्स कोऑपरेटिव सोसाइटी और अन्य कंपनियों के नाम पर निवेश कराया.

फर्जी  चेक और कंपनी का बॉन्ड पेपर दिया

ग्रामीणों को विश्वास दिलाने के लिए आरोपियों ने फर्जी चेक और कंपनी के बॉन्ड पेपर दिये. जब पांच साल पूरे होने पर लोगों ने अपनी राशि वापस मांगी, तो दोनों आरोपी गांव छोड़कर बेंगलुरु फरार हो गये.

प्रारंभिक जांच में 22 ग्रामीणों से कुल 12,14,581 रुपये की ठगी की पुष्टि हुई है. हालांकि ज्यां ट्रेज का दावा है कि पूरे मनिका क्षेत्र में यह आंकड़ा 3 से 4 करोड़ रुपये तक पहुंच सकता है. उन्होंने इस मामले में एसपी कुमार गौरव की सभी दस्तावेज सौंपकर कार्रवाई की मांग की है.

ममीना देवी द्वारा की गयी शिकायत के बाद मनिका मनरेगा सहायता केंद्र ने सामाजिक कार्यकर्ताओं पचाठी सिंह, परन और ब्यौम कुमार के साथ मिलकर गांव में सर्वे किया. इसमें सामने आया कि मजदूरों से 5,000 से लेकर 1.5 लाख तक की ठगी की गयी है.

किस व्यक्ति से कितनी राशि की ठगी गयी 

22 ग्रामीणों से 12 लाख 14 हजार 581 रुपये की ठगी की गयी है. जिसमें नगीना देवी से 40 हजार, दीपक प्रसाद से 1.15 लाख, वाहिद अंसारी से एक लाख 41 हजार 840, भूटन भुईयां से 35 हजार, सुखदेव भुईयां से 10 हजार, रुखसाना बीवी से एक लाख 10 हजार, सुनीता देवी से 10 हजार, चमेली देवी से 78 हजार, विजय सिंह से 6 हजार, मीना देवी से 36 हजार, कबीला देवी से एक लाख 32 हजार, जगरूप सिंह से 46 हजार, रामकलिया देवी से 51 हजार 600, सरिता देवी से 28 हजार 541, रंजिना बीवी से 36 हजार, कौशल्या देवी से 17 हजार 100, गणेश साव से 36 हजार, मुस्तकीम अंसारी से 40 हजार, सुकन भुईया से 10 हजार, श्याम सुंदर सिंह से 21 हजार 600 और धनदेव सिंह से 45 हजार रुपये की ठगी की गई है.

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