रांची। कांग्रेस सांसद धीरज साहू के ठिकानों पर नोटों का जखीरा मिला है। दो अलमीरों में नोट ठूस ठूस के भरे हुए थे। जानकारी मिली है कि ठिकानों से तीन सौ करोड़ रुपए से अधिक की बरामदगी हुई है। कल तक 50 करोड़ रुपए से ज्यादा तक के नोटों की गिनती पूरी हो चुकी थी, लेकिन नोटों की संख्या इतनी अधिक थी कि मशीनों ने काम करना बंद कर दिया।

आज सुबह से ही गिनती चल रही है। आयकर की छापा आज भी जारी रहेगा। इसके अलावा रांची और लोहरदगा आवास पर भी टीम पहुंची, लेकिन वहां परिवार का कोई सदस्य नहीं मिला। इस कार्रवाई में आय-व्यय से जुड़े दस्तावेजों के अतिरिक्त और क्या-क्या मिला है, इसकी जानकारी नहीं मिल पाई है।

धीरज साहू झारखंड से कांग्रेस राज्यसभा सांसद हैं। वे तीसरी बार सांसद बने हैं। वे मूल रूप से झारखंड के लोहरदगा के रहने वाले हैं। उनके पिता का नाम स्व राय साहब बलदेव साहू और मां का नाम स्व सुशीला देवी है। उन्होंने रांची के मारवाड़ी कॉलेज से बीए तक की शिक्षा ग्रहण की है। उन्होंने साल 1977 में छात्र नेता के रूप में राजनीति की शुरुआत की है। धीरज साहू झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमिटी के 2003-05 तक सदस्य भी रहे हैं। जानकारी के मुताबिक संबलपुर के कुछ बैंक अकाउंट को भी सीज कर लिया गया है।

इनकम टैक्स विभाग ने पश्चिम बंगाल के कोलकाता और ओडिशा के बौध, बलांगीर, रायगढ़ा व संबलपुर के ठिकानों के साथ ही झारखंड के रांची व लोहरदगा में छापेमारी की थी। पूरा मामला शराब कारोबार में टैक्स चोरी से जुड़ा हुआ है। धीरज साहू के रिश्तेदारों के नाम पर ओडिशा में शराब का बड़ा कारोबार है। वहां की बौध डिस्टिलरी प्रा. लि. (बीडीपीएल) से जुड़े बलांगीर, रायगढ़ा व संबलपुर डिस्टिलरी प्लांट में भी आयकर अधिकारी पहुंचे और कागजातों की जांच-पड़ताल की। बीडीपीएल का जहां-जहां डिस्टिलरी और बॉटलिंग प्लांट हैं, हर जगह विभाग के अधिकारी दस्तावेज खंगाल रहे हैं।

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