रांची। इस्तीफे की सूरत में कल्पना सोरेन को मुख्यमंत्री बनाने के फैसले के लिए भले ही हेमंत सोरेन ने गठबंधन के विधायकों को मना लिया हो, लेकिन उन्हें अपने परिवार को मनाना काफी मुश्किलों से भरा होगा। भाभी सीता सोरेन के तेवर से साफ है कि आने वाले दिनों में अगर कल्पना की ताजपोशी की जाती है, तो सोरेन परिवार में ही बगावत हो जायेगी। सीता सोरेन के बारे में दावा है कि वो दिल्ली में है।

सांसद निशिकांत दुबे दावा कर चुके हैं कि बसंत सोरेन और सीता सोरेन ने उनसे बातचीत की है। ऐसे में मीडिया में जामा विधायक सीता सोरेन का खुलकर कल्पना सोरेन के खिलाफ बोलना कहीं ना कहीं झामुमों के अंदर फूट की तरफ इशारा कर रहा है। सीता सोरेन ने ईटीवी भारत से बात करते हुए कहा है कि उनके दिवंगत पति दुर्गा सोरेन ने अपने पिता शिबू सोरेन के साथ मिलकर झामुमो को खड़ा किया है।

अगर उनके संघर्षों और बलिदान को हेमंत सोरेन नजरअंदाज करेंगे तो उसे वो कतई बर्दाश्त नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि वो हक की लड़ाई लड़ेंगी। कल्पना सोरेन राजनीति में नहीं है, बावजूद उन्हें अगर मुख्यमंत्री बनाने की बात की जा रही है, तो ये उन्हें कबूल नहीं होगा। उन्होंन ने मुख्यमंत्री पद पर खुद की दावेदारी की है। हालांकि उन्होंने अपने बेटी को भी मुख्यमंत्री बनाने की रेस में खड़ा किया है।

सीता सोरेन ने बातचीत में कहा कि 2019 में उन्होंने मुख्यमंत्री के रूप में हेमंत सोरेन को स्वीकार कर लिया था, लेकिन अगर कल्पना सोरेन को आगे बढ़ाया जायेगा, तो उसे ये स्वीकार नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि अगर हेमंत सोरेन को अपने बडे भाई से प्यार है, तो उनकी बेटी को मुख्यमंत्री बनाये। सीता सोरेन ने ये भी कहा कि कई सारे विधायक हैं, जो उनके साथ दिल से जुड़े हैं, लेकिन वो कुछ नहीं बोल पा रहे हैं।

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