अयोध्या में रामनवमी की धूम ..जाने तारीख व समय..

होली के बाद अब अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट रामनवमी की तैयारियों में जुट गया है। पिछले साल की तरह ही इस साल भी अयोध्या के राम मंदिर में बड़े ही धूमधाम के साथ रामलला का जन्मोत्सव मनाया जाएगा।श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने रामनवमी पर श्रीराम जन्मोत्सव के कार्यक्रमों की घोषणा कर दी है।

संभावना जतायी जा रही है कि रामनवमी के मौके पर इस साल लगभग 50 लाख श्रद्धालु रामलला के दर्शन करने अयोध्या आने वाले हैं। वहीं दूसरी ओर पुलिस प्रशासन ने भी रामनवमी के मद्देनजर सुरक्षा-व्यवस्था को कड़े करने में जुट गयी है।मीडिया रिपोर्ट से मिली जानकारी के अनुसार हाल ही में डीजीपी प्रशांत कुमार ने अयोध्या के राम मंदिर और श्री हनुमान गढ़ी मंदिर के दर्शन करने के साथ-साथ निर्माण कार्यों का भी जायजा लिया।

उन्होंने स्थानीय अधिकारियों के साथ बैठकर श्रद्धालुओं के लिए किये जा रहे खास व्यवस्थाओं का जायदा लिया और सुरक्षा कोई ढील न देने की सलाह दी। बताया जाता है कि मंदिर में रामनवमी के मौके पर उमड़ने वाली भीड़ पर निगरानी के लिए ड्रोन कैमरों की मदद ली जाएगी। इसके साथ ही मंदिर परिसर और अन्य मुख्य स्थलों पर सुरक्षा कड़े करने के साथ ही पैदल गश्त को भी बढ़ा दिया जाएगा।क्विक रेस्पॉन्स टीम और विशेष कमांडो को तैनात किया जाएगा, ताकि किसी भी आपातकालिन परिस्थिति से निपटा जा सकें। श्रद्धालुओं के लिए पेयजल और शौचालय की पर्याप्त व्यवस्था की जा रही है। बताया जाता है कि वाहनों के सुचारू आवागमन को सुनिश्चित करने के लिए ट्रैफिक प्लान भी तैयार किया जाएगा।

कब मनाया जाएगा रामनवमी? क्या होगा श्रीराम जन्मोत्सव का कार्यक्रम?

इस साल श्रीराम जन्मोत्सव चैत्र शुक्ल नवमी को यानी 6 अप्रैल 2025 (रविवार) को मनाया जाएगा। श्रीराम जन्मोत्सव का कार्यक्रम निम्न है –

  • रामलला का अभिषेक – सुबह 9.30 से 10.30 बजे तक
  • पर्दा रहेगा – सुबह 10.30 से 10.40 बजे तक
  • रामलला का श्रृंगार – सुबह 10.40 से 11.45 बजे तक (पर्दा खुला रहेगा)
  • भोग – दिन में 11.45 बजे (पर्दा रहेगा)
  • श्रीरामलला का जन्म – दोपहर 12 बजे

आरती व सूर्य -तिलक – दोपहर 12 बजे के बाद भगवान भास्कर पिछले साल की तरह इस साल भी रामलला के ललाट पर सूर्य तिलक लगाएंगे। यानी सूर्यवंशी श्रीराम के जन्म पर भगवान सूर्य अपने कुल में जन्म ले रहे रामलला के माथे पर तिलक लगाएंगे। इस अलौकिक दृष्य को श्रद्धालु अपने-अपने घरों में बैठकर टेलीविजन पर देख सकेंगे।Travel News: Sikkim जाने वाले पर्यटकों को अब चुकाना पड़ेगा Entry Fee, जानिए कितना और कैसे जमा करेंगे यह शुल्क?

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