झारखंड-बिहार में बारिश का अलर्ट, मौसम विभाग ने चक्रवात को लेकर जारी किया राज्य में अलर्ट, तेज आंधी के साथ बारिश की चेतावनी
Rain alert in Jharkhand and Bihar, Meteorological Department issued alert in the state regarding cyclone, warning of heavy rain with strong storm.

Cyclone Update News: मानसून की भले ही विदाई हो गयी हो, लेकिन बारिश का खतरा अभी तक टला नहीं है। मौसम विभाग ने चक्रवात को लेकर अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग के मुताबिक बंगाल की खाड़ी में बन रहे निम्न दबाव क्षेत्र के कारण ओडिशा में चक्रवात जैसी स्थिति बन सकती है।
मौसम विभाग ने राज्य के 10 जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी करते हुए तेज हवा और भारी बारिश की चेतावनी दी है। अगले सात दिनों तक राज्य में वर्षा गतिविधियां जारी रहने की संभावना जताई गई है।बंगाल की खाड़ी में बन रहे निम्न दबाव क्षेत्र के कारण ओडिशा में एक बार फिर मौसम का मिजाज बिगड़ने की संभावना है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, यह सिस्टम मौसमी चक्रवात “साउथ बे डिस्टरबेंस” जैसा असर दिखा सकता है। ऐसे में राज्य सरकार ने जिला प्रशासन को अलर्ट पर रखा है ताकि किसी भी संभावित स्थिति से निपटा जा सके।
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने मंगलवार को राज्य के पुरी, खुर्दा, नयागढ़, गंजम, गजपति, बौध, कंधमाल, रायगढ़, कोरापुट और मलकानगिरी जिलों के लिए ‘येलो अलर्ट’ जारी किया है। विभाग ने चेतावनी दी है कि आने वाले 36 घंटों में यह सिस्टम दक्षिण-पश्चिम और पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी में एक दबाव क्षेत्र (Low Pressure Area) में तब्दील हो सकता है।
आईएमडी ने कहा है कि इस सिस्टम के प्रभाव से मंगलवार रात से बुधवार तक ओडिशा के कई हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश और 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने की संभावना है। खासकर पुरी और गंजम के तटीय इलाकों में गरज-चमक के साथ छींटे पड़ सकते हैं।
आईएमडी भुवनेश्वर की निदेशक मनोरमा मोहंती ने बताया कि “दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक निम्न दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। बुधवार दोपहर तक इसके एक अवदाब (Depression) में बदलने और आगे चलकर तमिलनाडु, पुडुचेरी और दक्षिण आंध्र प्रदेश के तटों की ओर बढ़ने की संभावना है।”
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि इस सिस्टम का ओडिशा पर सीधा प्रभाव नहीं पड़ेगा, लेकिन इसके कारण नमी और हवाओं के दबाव में बदलाव से अगले सात दिनों तक राज्य में लगातार बारिश की गतिविधि बनी रह सकती है।
मौसम विभाग ने 22 से 27 अक्टूबर के बीच पूरे राज्य में रुक-रुक कर वर्षा होने की संभावना जताई है। विशेष रूप से 25 और 26 अक्टूबर को ओडिशा के दक्षिण और मध्य जिलों में भारी वर्षा और आंधी-तूफान की आशंका है।विभाग ने मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह दी है और कहा है कि समुद्र की लहरें ऊंची उठ सकती हैं। तटीय इलाकों में प्रशासन को सतर्क रहने और राहत दलों को तैयार रहने के निर्देश दिए गए हैं।
इस बीच, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में भी अगले कुछ दिनों तक भारी बारिश और तेज हवाओं के आसार हैं। बंगाल की खाड़ी में सक्रिय यह सिस्टम धीरे-धीरे चक्रवाती रूप भी ले सकता है, हालांकि इसकी तीव्रता और दिशा को लेकर अभी कोई अंतिम अनुमान नहीं लगाया गया है।