जालना: महाराष्ट्र के कारोबारी के ठिकानों पर नोटों की गड्डियों का पहाड़ और हीरा-सोना का भंडार देख इनकम टैक्स अफसरों का भी सर चकरा गया। नोटों की इतनी बंडल थी कि उसे गिनने में 13 घंटे का वक्त लग गया। बुधवार की सुबह 11 बजे से नोटों की गिनती शुरू हुई और रात 1 बजे तक गिनती चलती रही। नोटों की गिनती जब खत्म हुआ तो हिसाब आया 58 करोड़ रूपये। वहीं 32 किलो सोना भी कारोबारी के घर में मिला है। अभी तक कुल संपत्ति का आकलन 400 करोड़ के आसपास का सामने आया है, जो और बढ़ सकता है।

बाराती बनकर पहुंचे थे इनकम टैक्स अफसर

हालांकि, इनकम टैक्स की टीम के लिए कारोबारी के ठिकानों पर दबिश देना आसान नहीं था। इनकम टैक्स अफसरों को छापा मारने के लिए अपना वेष बदलना पड़ा। 120 गाड़ियों में 260 बाराती सवार थे और गाड़ियों में लिखा था “राहुल वेड्स अंजली” कुछ स्टीकर पर लिखा “ दुल्हन हम ले जायेंगे” । लेकिन हकीकत में जिस बाराती गाड़ी और बारातियों का हम यहां जिक्र कर रहे हैं, वो दरअसल ना तो बाराती थे और बारातियों की गाड़ी थी, बल्कि वो सरकारी अफसर और उनकी गाड़ियां थी, जो बाराती बनकर कारोबारी के ठिकानों पर छापा मारने पहुंचे थे।

कोड वर्ड था- दुल्हन हम ले जाएंगे

रेड की खबर लीक न हो, इस वजह से टीम में नासिक, पुणे, ठाणे और मुंबई के 260 अधिकारियों को शामिल किया गया. सभी ने अपने वाहनों पर दूल्हे और दुल्हन के नाम के स्टिकर लगाए. यानी ऐसा लगे कि आयकर विभाग के अफसर-कर्मचारी किसी की शादी में जा रहे हों. सभी गाड़ियों की पहचान के लिए एक कोड वर्ड भी लगाया गया. कोड वर्ड था- दुल्हन हम ले जाएंगे. इसी कोड वर्ड के जरिए अफसरों की गाड़ियों की पहचान की जा रही थी. इसके बाद सभी गाड़ियां जालना के लिए रवाना हो गईं।

सावन में शादी लगे स्टीकर से हर कोई था हैरान

‘दुल्हन हम ले जाएंगे’ का स्टिकर लगी यह गाड़ियां जैसे ही जालना पहुंची तो सभी एक कारोबारी के घर-दफ्तर और कारखाने की तरफ मुड़ गई। जालना में स्टील कारोबारी के कारखानों, घरों और कार्यालयों पर पहुंचते ही ‘बराती’ बनकर आए आयकर विभाग के अफसरों और कर्मचारियों ने छापेमारी शुरू कर दी. इस ऑपरेशन में 58 करोड़ रुपये नकद, 32 किलो सोने के गहने, हीरे, मोती आदि के साथ ही बेहिसाब संपत्ति के दस्तावेज जब्त किए गए। इस छापेमारी के बाद जिन लोगों पर मुकदमा चलाया गया है, उनमें औरंगाबाद का एक नामी बिल्डर और बिजनेसमैन भी शामिल है. गाड़ियों के इतने बड़े काफिले को देख पहले तो जालना निवासियों को कुछ समझ नहीं आया. उन्हें ऐसा लग रहा था कि ये गाडियां किसी शादी समारोह के लिए आई होंगी। लेकिन सावन के इस महीने में विवाह समारोह की बात लोगों को कुछ अजीब लगी थी. हालांकि कुछ देर बाद पता चल ही गया कि सैकड़ों गाड़ियों में सवार आए लोग आईटी के अधिकारी हैं और ये मेहमान शादी समारोह में नहीं बल्कि रेड करने के लिए आए थे।

हर खबर आप तक सबसे सच्ची और सबसे पक्की पहुंचे। ब्रेकिंग खबरें, फिर चाहे वो राजनीति...