गर्व: देवघर का पेड़ा हुआ इंटरनेशनल…पहली डिमांड अरब देश बहरीन से… भेजी गई 32….
देवघर झारखंड के देवनगरी बाबा धाम के पेड़े की खुशबू और स्वाद से सभी अवगत हैं। परंतु अब इस पेड़े की स्वाद और खुशबू देश ही नहीं विदेशों में पहुंच गई है। जिससे झारखंड को अलग पहचान मिल रही है। मतलब साफ है की देवघर का पेड़ा अब इंटरनेशनल हो गया है। बाबा नगरी के पेड़े के स्वाद को विदेशों में भी लोग ले सकेंगे। केंद्रीय कृषि एवं खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण पेड़ों के निर्यात के लिए आगे आया। गुरुवार को 32 किलो पेड़े की पहली खेप देवघर से कोलकाता गई,फिर कोलकाता से बहरीन भेजा जाएगा। इस खेप को झारखंड मिल्क फेडरेशन एवं अपेडा के अधिकारियों ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया । मालूम हो की बाबा धाम के पेड़ों को अब अंतरराष्ट्रीय पहचान मिल चुकी है।
ऐसे मिली पहचान
देवघर के पेड़े की डिमांड इस्लामिक देश बहरीन से मिली है। अब विदेशी भी बाबा धाम के पेड़े के स्वाद को लेकर इंतजार में है। गुरुवार को पहली खेप दोपहर देवघर से कोलकाता और फिर बहरीन भेजी गई।देवघर से झारखंड मिल्क फेडरेशन मेधा ने 400 ग्राम के 80 पैकेट में पैक कर पैकेट पर मेधा एवं वैद्यनाथ धाम अंग्रेजी व अरबी भाषा में प्रिंट किया और पैकेट भेजा है। इस संबंध में फेडरेशन के निदेशक सुधीर सिंह ने बताया कि अरब देश होने के कारण पैकेट में अरबी भाषा का प्रयोग किया है। मेघा को इस देश की गुणवत्ता के मामले में प्रमाण पत्र पर ही मिल चुका है। इसके साथ ही देवघर के पेड़ा व्यवसाय को भी एक इंटरनेशनल पहचान मिल गई है।
पहली खेप को किया गया रवाना
कोलकाता एयरपोर्ट से गुरुवार दोपहर 2:30 से इसका लाइव प्रसारण किया गया। इस कार्यक्रम में एयरपोर्ट पर मेधा के देवघर इंचार्ज मिलन मिश्रा अपेडा के रीजनल इंचार्ज संदीप शाह एवं झारखंड मिल्क फेडरेशन के निदेशक सुधीर सिंह, प्रशिक्षु आईएएस अनिमेष रंजन, अपर निदेशक संथाल परगना चेंबर के आलोक मल्लिक जुड़े थे। पहली खेप को सभी ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।