रांची : झारखंड सरकार ने पुलिस विभाग के मुखिया डीजीपी के चयन की प्रक्रिया शुरू कर दी है। फिलहाल यह पद एक्सटेंशन पर चल रहा है। वर्तमान डीजीपी का कार्यकाल फरवरी 2023 में खत्म हो रहा है, हालांकि, नीरज सिन्हा 31 जनवरी 2022 में रिटायर होने वाले थे । लेकिन उन्हें सेवा विस्तार दिया गया था। इसके तहत 11 फरवरी 2023 तक वे पद पर बने रहेंगे। सूत्रों के अनुसार सरकार ने डीजीपी की नियुक्ति के लिए आधा दर्जन वरिष्ठ आईपीएस अधिकारियों की एक सूची यूपीएससी को भेजी है। इसमें डीजी स्तर के 4 और एडीजी स्तर के 2 अधिकारियों के नाम शामिल है। ये अधिकारी 1988 से 1992 बैच तक के हैं।

किन लोगों का नाम सरकार ने भेजा है

सरकार ने जिन अधिकारियों का नाम संघ लोक सेवा आयोग को भेजे हैं उनमें केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर तैनात एनडीआरएफ के डीजी एसएन प्रधान, जेपीएचसी के डीजी अजय कुमार सिंह डीजे ट्रेनिग अनुराग गुप्ता, डीजी रेल अनिल पालटा, जैप एडीजी प्रशांत सिंह, एडीजी वायरलेस के नाम प्रमुख हैं। डीजी रैंक के अधिकारी एसएन प्रधान केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर सेवा दे रहे हैं।

कौन बनता है डीजीपी

डीजीपी बनने के लिए किसी आईपीएस अफसर को 30 साल की सेवा अवधि पूरी करना जरूरी है। संघ लोक सेवा आयोग वरिष्ठता और अधिकारी के कार्यकाल के रिकॉर्ड की जांच कर पहले 3 नाम का चयन कर सरकार को भेज देता है। सरकार उनमें से किसी एक नाम का चयन कर लेती है।

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