पुलिस जवान को 2 साल की सजा……महतो खुद को हेंब्रम बताकर पुलिस में हो गया भर्ती….. फर्जीवाड़ा में अब काटेगा सजा

चाईबासा: फर्जी जाति प्रमाण पत्र के आधार पर नौकरी करने वाले पुलिसकर्मी सुरेंद्र हेंब्रम को कोर्ट ने 2 साल की सजा सुनायी है। सुरेंद्र का असली नाम सुरेंद्र महतो था, लेकिन नौकरी के लालच में सुरेंद्र ने अपना सरनेम महतो से हटाकर हेंब्रम लगा लिया और फिर नौकरी करने लगा। इस मामले में जब शिकायत हुई, तो जांच में खुलासा हुआ कि सुरेंद्र ने फर्जी जाति प्रमाण पत्र के आधार पर नौकरी पायी है।
अब फर्जी सर्टिफिकेट बना कर पुलिस में नौकरी करने वाले सुरेन्द्र हेम्ब्रम को सीजेएम की अदालत ने 2 साल की सजा सुनाई। इससे खिलाफ पुलिस लाइन चाईबासा के सर्जेंट मेजर मंटू यादव के द्वारा 15 नवंबर 2017 को सदर थाना में मामला दर्ज कराया गया था। दर्ज मामले में बताया गया था कि सुरेंद्र हेम्ब्रम ने अपने नाम से महतो हटा कर हेम्ब्रम लगा लिया और जालसाजी के तहत एसटी एसी का सर्टिफिकेट बनाकर पुलिस में भर्ती हो गया ।
जब सर्टिफिकेट की जांच की गई तो पता चला कि सुरेंद्र एसटी-एससी नहीं बल्कि समान्य वर्ग का है। जाली प्रमाण पत्र बना नौकरी करने वाले सुरेन्द्र के खिलाफ अदालत को साक्ष्य मिल जाने से 2 साल की सजा सुनाई।