नयी दिल्ली। पेट्रोल-डीजल की कीमत में जल्द और कमी हो सकती है। जल्द ही ये खुशखबरी देश में लोगों को मिलने वाली है। खबर है कि तेल निर्यातक देशों के संगठन ओपेक (OPEC)और रूस समेत अन्य सहयोगी देशों ने जुलाई-अगस्त से कच्चे तेल का उत्पादन (Crude Oil Production Hike) और बढ़ाने का फैसला लिया है।

OPEC, रूस समेत अन्य सहयोगी देशों के बीच कच्चे तेल का उत्पादन बढ़ाकर प्रतिदिन 6.48 लाख बैरल करने की सहमति बनी है। इस फैसले पर दुनिया भर में पेट्रोल डीजल की कीमत नीचें आने की उम्मीद है। कोरोना काल में लाकडाउन के चलते कचच् तेल की खपत काफी कम हो गयी थी। क्रूड आयल की कीमतें काफी नीचे आ गयी थी।

जिसके बाद तेल उत्पादक देशों ने दाम को स्थिर करने के लिए कच्चे तेल का प्रतिदिन उत्पादन घटा दिया था। कोरोना से पहले के कच्चे तेल के प्रोडक्शन लेवल को पाने के लिए ये देश धीरे-धीरे इसके उत्पादन को बढा रहे हैं। अभी प्रतिदिन 4.32 लाख बैरल कच्चे तेल का उत्पदान हो रहा है।

फरवरी तक रूस यूक्रेन युद्ध की वजह से इंटरनेशनल मार्केट में तेल की कीमत काफी बढ़ी है। रूस पर कड़े प्रतिबंध लगाने की वजह से भी कीमतों में बढोत्तरी हुई थी। दुनिया अब इसकी वजह से काफी महंगाई का सामना करना पड़ रहा है। दुनिया के अधिकतर देशों में महंगाई बढ़ाने में पेट्रोल डीजल की कीमत की बड़ी भूमिका होती है।

हालांकि ओपेक देशों की कच्चे तेल का उत्पादन बढ़ाने की पहले से कोई योजना नहीं थी। लेकिन योजना के विपरीत उत्पादन में तेजी से बढोत्तरी का ये निर्णय ऐसे समय में किया गया है, जब कच्चे तेल की बढ़ती कीतमों से अमेरिका में पेट्रोल का दाम रिकार्ड ऊंचाई पर पहुंच गयी है। 2022 में अमेरिका में पेट्रोल की कीमत 54 प्रतिशत बढ़ गयी है। कच्चा तेल का उत्पादन बढ़ने की खबर से न्यूयार्क में बच्चे तेल की कीमत में 0.9 प्रतिशत की मामूली गिरावट आयी थी और ये 114.26 डालर प्रति बैरल हो गया था।

आपको बता दें कि पिछले दिनों केंद्र सरकार ने पेट्रोल-डीजल में एक्साइज ड्यूटी को घटा दिया था, जिसकी वजह से पेट्रोल की कीमत में 9.50 रूपये और डीजल के दाम में 7 रुपये प्रति लीटर की कमी दर्ज की गयी थी।

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